ओपी राजभर ने कहा कि एजुकेशन इंस्टीट्यूट में 50 फीसदी सीटें बेटियों के लिए आरक्षित होनी चाहिए. इसके अलावा उनको मुफ्त में शिक्षा दी जाए. जिससे हमारी बहने और बेटियां पढ़-लिखकर ऊंचे पदों पर बैठें.
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (SBSP) के चीफ और पूर्व कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर अपने बयानों के चलते अक्सर सुर्खियों में रहते हैं. उत्तर प्रदेश के मऊ में एक रैली के दौरान ओपी राजभर ने महिलाओं के हक की आवाज को बुलंद करने के लिए मैदान में उतर आए. इस दौरान ओपी राजभर ने आधी आबादी के लिए राजनीति, एजुकेशन और रोजगार सहित हर सेक्टर में 50 फीसदी आरक्षण की मांग की.
ओपी राजभर ने कहा कि महिलाओं को जब तक समुचित सम्मान नहीं मिलेगा, तब तक समाज का विकास नहीं हो सकता. ओपी राजभर ने एसबीएसपी की तरफ से आयोजित 'महिला हक-अधिकार महारैली' में महिलाओं के लिए 50 फीसदी आरक्षण की आवाज उठाई.
जहां नारियों की पूजा होती है वहीं देवता निवास करते हैं: राजभर
पूर्व कैबिनेट मंत्री ओपी राजभर ने कहा कि लोग इस बात को समझ लें कि जब 50 फीसदी आबादी महिलाओं की है तो महिलाओं को भी 50 फीसदी हिस्सेदारी मिलनी चाहिए. महिलाओं की आवाज को बुलंद करने के लिए ही इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. उन्होंने आगे कहा कि सरकार और चुनाव आयोग, लोकसभा और विधानसभाओं में महिलाओं को 50 फीसदी सीटों पर आरक्षण देने के लिए कानून बनाएं. ज्यादा से ज्यादा महिलाएं जब विधानसभा और संसद में पहुंच जाएंगी तो वे अपने अधिकार का कानून खुद ही बना लेंगी. राजभर ने आगे कहा कि भारतीय शास्त्रों में भी इस बात जिक्र है कि जहां नारियों की पूजा होती है वहीं देवता निवास करते हैं
महिलाओं को नौकरी में भी 50 %आरक्षण लागू हो
ओपी राजभर ने कहा कि एजुकेशन इंस्टीट्यूट में 50 फीसदी सीटें बेटियों के लिए आरक्षित होनी चाहिए. इसके अलावा उनको मुफ्त में शिक्षा दी जाए. जिससे हमारी बहने और बेटियां पढ़-लिखकर ऊंचे पदों पर बैठें. इतना ही नहीं ओपी राजभर ने कहा कि महिलाओं को नौकरी में भी 50 फीसदी आरक्षण मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि समाज में महिलाओं का सम्मान जब तक नहीं होगा तब तक किसी समाज का विकास नहीं होगा. राजभर ने दावा किया कि उनकी पार्टी महिलाओं के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के खातिर प्रतिबद्ध है.
यूपी में शराबबंदी की मांग
राजभर ने इसी कड़ी में आगे कहा कि यूपी में शराब बंदी होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि महिलाओं को घरेलू हिंसा और उत्पीड़न से मुक्ति दिलाने के लिए यूपी में भी बिहार-गुजरात जैसी शराबबंदी होनी चाहिए. उनकी पार्टी इसके लिए हर स्तर पर जुटी हुई है. अगर जरूरत पड़ी तो पूर्ण शराबबंदी के लिए बड़ा आंदोलन किया जाएगा.