न्याय की गुहार लेकर पुलिस ऑफिस पहुंचे ग्रामीणों में से एक युवक को पुलिस कप्तान ने सिर्फ इसलिए पीट दिया कि वह उनके वाहन के सामने आ गया था.
उत्तर प्रदेश में आतंक दिन प्रति दिन बढ़ता ही जा रहा है, अब तो न्याय मांगने वालों पर भी पुलिस जुल्म करने लगी है. न्याय की गुहार लेकर पुलिस ऑफिस पहुंचे ग्रामीणों में से एक युवक को पुलिस कप्तान ने सिर्फ इसलिए पीट दिया कि वह उनके वाहन के सामने आ गया था. युवक वाहन रोक कर न्याय की गुहार लगाना चाह रहा था. न्याय मांगने आए युवक को पीटने के साथ ही पुलिस कप्तान ने उसे अपने चौकी में ही बैठा भी लिया है. यह पूरा मामला कैमरे में भी कैद हो गया है.
आपको बता दें रौनापार थाना क्षेत्र की एक 10 वर्षीया बच्ची पिछले शुक्रवार सुबह घर से कुछ दूरी पर रास्ते में अर्धनग्न अवस्था में मिली थी. बच्ची की ऐसी हालत देख कर आशंका जतायी गई कि बच्ची के साथ कुछ दुष्कर्म हुआ है. जिसके बाद परिजन उसे जिला अस्पताल ले कर गए जहां से उसे रेफर कर दिया गया.
यह भी पढ़ें: तबीयत बिगड़ने पर दिल्ली के AIIMS पहुंचे पूर्व पीएम मनमोहन सिंह
बाद में बच्ची को जीयनपुर स्थित प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया. जिसके बाद रौनापार थाने की पुलिस ने बच्ची को महिला अस्पताल भेजा फिर जब हालत गंभीर हुई तो वहां से उसे मेडिकल कॉलेज भेज दिया गया. जहां पर शनिवार की रात्रि बच्ची की मौत हो गई. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण निमोनिया बताया गया है.
यह भी पढ़ें: बच्चे के देसी जुगाड़ ने जीता लोगों का दिल, वायरल हुई वीडियो
बच्ची के साथ दुष्कर्म हुआ है इस बात से तो पुलिस ने सीधे-सीधे इंकार कर दिया है. यहाँ तक कि अपने खर्च पर एसओ ने बच्ची का अंतिम संस्कार भी करा दिया है. इस पुरे मामले में न्याय की गुहार लगाने बच्ची की मां ग्रामीणों के साथ बुधवार को एसपी ऑफिस पहुंची थी. इसी दौरान एसपी ऑफिस से निकल रहे थे. तभी दीपक नाम का एक युवक एसपी के वाहन के सामने आ गया जिससे कि वह उन्हें रोककर न्याय की गुहार लगा सके. युवक द्वारा वाहन रोके जाने से एसपी भड़क उठे और उसे पीटने लगे.