तालिबान के सत्ता में आने के बाद से अफगानिस्तान में जो संकट पैदा हुआ है, वह और गहराता जा रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अफगान नागरिकों को विदेशी सहायता न मिलने से भारी आर्थिक संकट की आशंका जताई है.
तालिबान के सत्ता में आने के बाद से अफगानिस्तान में जो संकट पैदा हुआ है, वह और गहराता जा रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन ने अफगान नागरिकों को विदेशी सहायता न मिलने से भारी आर्थिक संकट की आशंका जताई है. वहीं इस संकट के बीच सूखाग्रस्त अफगानिस्तान में स्थिति में सुधार नहीं होने को लेकर बेहद गंभीर चेतावनी दी गई है. डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि इस साल के अंत तक सूखे के कारण पर्याप्त भोजन न मिलने से दस लाख बच्चों की मौत हो सकती है.
ये भी पढ़ें:- मणिपुर में सेना की टुकड़ी पर घात लगाकर हमला, CO समेत पांच जवान शहीद
32 लाख बच्चे होंगे कुपोषण के शिकार
रॉयटर्स की एक रिपोर्ट के मुताबिक, डब्ल्यूएचओ ने कहा है कि साल के अंत तक अफगानिस्तान में भोजन की भारी कमी होने की संभावना है, जिससे कम से कम 32 लाख बच्चे कुपोषित हो जाएंगे. स्वास्थ्य संगठन ने चेतावनी दी है कि अगर सर्दी का मौसम गहराता है तो तापमान में गिरावट आने पर भोजन की उपलब्धता पर और असर पड़ेगा.
ये भी पढ़ें:-Haryana में 15 नवंबर को बंद रहेंगे पेट्रोल पंप, सिर्फ इमरजेंसी सर्विस मिलेगी
बिना वेतन के स्वास्थ्य क्षेत्र ठप
डब्ल्यूएचओ ने अफगानिस्तान की स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर भी चेतावनी दी है, जो महीनों से अधिकांश स्वास्थ्य कर्मियों को वेतन का भुगतान नहीं करने के कारण पूरी तरह ठप हो गई है. डब्ल्यूएचओ के प्रवक्ता मार्गरेट हैरिस, जो काबुल में थे, ने रॉयटर्स के जिनेवा संवाददाता के साथ टेलीफोन पर बातचीत में चिंता व्यक्त की.