इन्सास राइफल्स के मुकाबले AK203 कि खासियत कही ज्यादा है. जैसे कि इन्सास रिफलक्स का वजन 4.15 किलोग्राम था तो वहीं EK 203 राइफल्स का वजन 3.8 किलोग्राम है.
कल भारत और रूस के बीच 2 प्लस 2 मीटिंग हुई थी, जिसमें भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मुलाकात हुई. इस बैठक में कई सारे मुद्दों पर बात हुई और कई सारे समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए. लेकिन जिसपर देश की नजर थी और जो सबसे प्रमुख कॉन्ट्रैक्ट दोनों के बीच फाइनल हुआ, वो है भारत-रूस राइफल्स प्राइवेट लिमिटेड की, जिसके माध्यम से कुल 6,01,427 असॉल्ट राइफल्स AK-203 को भारत लाया जाएगा.
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आपकी जानकारी के लिए बता दें कि 70 हजार AK 203 राइफल रूस से आएगी और लगभग 6.50 लाख राइफल्स अमेठी में बनाया जाएगा. तीस सालों से भारतीय सेना उपयोग कर रही इन्सास राइफल के बदले उन्हें अब AK 203 दी जाएगी. राइफल्स बदलने का फैसला रक्षा मंत्रालय ने तब लिया, जब सुनने में यह खबर आई कि ठंडे जगहों पर इन्सास राइफल्स जाम हो जाती है.
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इन्सास राइफल्स के मुकाबले AK203 कि खासियत कही ज्यादा है. जैसे कि इन्सास रिफलक्स का वजन 4.15 किलोग्राम था तो वहीं EK 203 राइफल्स का वजन 3.8 किलोग्राम है. EK 203 कि रेंज 400 मीटर है. माना जा रहा है कि AK 203 पुराने राइफल AK47 से ज्यादा एडवांस है. इस राइफल्स से लगभग एक मिनट में 600 बुलेट दागे जा सकते है. इस रिफलक्स कि लम्बाई भी 705 मिलीमीटर है, जोकि इन्सास राइफल से कम है और इसलिए इसे हैंडल करने में भारतीय सेना को आसानी महसूस होगी.