इमरान सरकार के खिलाफ आठ मार्च को लाये गये अविश्वास प्रस्ताव के कारण पाकिस्तान का राजनीतिक पारा चढ़ता दिख रहा है जिसका अगले हफ्ते के अंत तक परिणाम दिख सकता है. इमरान सरकार को गिराने के लिए 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में विपक्ष को 172 मत की जरूरत होगी.
इमरान सरकार के खिलाफ आठ मार्च को लाये गये अविश्वास प्रस्ताव के कारण पाकिस्तान का राजनीतिक पारा चढ़ता दिख रहा है जिसका अगले हफ्ते के अंत तक परिणाम दिख सकता है. इमरान सरकार को गिराने के लिए 342 सदस्यीय नेशनल असेंबली में विपक्ष को 172 मत की जरूरत होगी.
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इमरान के खिलाफ प्रस्ताव
आपको बता दें कि, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान को हटाने के लिए संसद में आज अविश्वास प्रस्ताव रखा गया. इस प्रस्ताव पर अब सदन में चर्चा होनी है. इस प्रस्ताव को गुरुवार को विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ ने पेश किया था. यह सत्र समय सीमा निकलने के तीन दिन बाद 25 मार्च को बुलाया गया था. लेकिन स्पीकर ने नियमों का हवाला देते हुए इस प्रस्ताव को संसद में रखने से मना कर दिया था.
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पंजाब सीएम की आफत
वहीं पंजाब के सीएम की आफत भी बढ़ गई है. पाकिस्तान में विपक्षी दल ने सोमवार को प्रधानमंत्री इमरान के करीबी और पंजाब के मुख्यमंत्री उस्मान बुजदार के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव सौंपा है. सूत्रों के अनुसार, पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ कुछ ही हफ्ते पहले पेश किये गये अविश्वास प्रस्ताव के बाद विपक्ष ने यह कदम उठाया. पंजाब विधानसभा में 10 सीट है, लेकिन इसने भी विपक्ष से हाथ मिलाने के संकेत दिए हैं. इमरान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव का समर्थन करने पर उसे पंजाब के मुख्यमंत्री पद का प्रस्ताव दिया गया है. अविश्वास प्रस्ताव के संकल्पपत्र में कहा गया है कि बुजदार ने 11 करोड़ की आबादी वाले पंजाब प्रांत के कामकाज को संविधान के अनुरूप नहीं संपन्न करके संविधान का उल्लंघन किया है. विपक्ष ने इसमें आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री ने पिछले साढ़े तीन साल के दौरान लोकतंत्र की भावना के विपरीत काम किया.