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निकिता तोमर हत्याकांड के मामले में हरियाणा के फरीदाबाद कोर्ट में दोनों पक्षों की सजा को लेकर बहस पूरी हो गई है. वही कोर्ट ने आज 3:00 बजे दोषियों की सजा पर फैसला सुनाया है.
कोर्ट में दोषियों को दोषियों को फांसी देने की थी मांग
बता दें कि पीड़ित पक्ष ने दोषियों के लिए फांसी की सजा की मांग की है, जबकि बचाव पक्ष ने उनकी उम्र को देखते हुए कम से कम सजा देने की मांग की है. कोर्ट ने 24 मार्च 2021 को मुख्य आरोपी तौसीफ और उसके दोस्त रेहान को दोषी करार दिया था, जबकि मामले में तीसरे आरोपी अजरुद्दीन को कोर्ट ने बरी कर दिया था. अजरुद्दीन पर आरोप थे कि उसने तौसीफ और रेहान को हथियार सप्लाई किए थे.
निकिता की मांग ने की ये मांग
कोर्ट का फैसला आने से पहले निकिता तोमर की मां ने मांग की थी कि दोषियों को फांसी की सजा होनी ही होनी चाहिए. इससे कम कुछ भी मंजूर नहीं हैं. ऐसे अपराधी समाज में रहने लायक नहीं हैं. ऐसे में अगर इन लोगों को फांसी नहीं होती है तो ये फिर से अपराध करेंगे इसलिए दोषियों को मौत की सजा होनी ही चाहिए.
जानिए क्या है पूरा मामला
निकिता के साथ जो ये अपराध की घटना घटी थी उसकी आग साल 2018 को सबसे पहले भड़कती हुई नजर आई थी. दरअसल निकिता के हत्या के आरोपियों में से एक तौसीफ से रिमांड पर पूछताछ की गई तो उसने कई राज खोले. पुलिस सूत्रों की माने तो तौसीफ ने खुद ये बताया था कि साल 2018 में उसने निकिता का किडनैप शादी करने के इरादे से किया था.
अपमान की आग में जल रहा था तौसीफ
तौसीफ निकिता को स्कूल के वक्त से उसे पसंद किया करता था और उससे शादी करना चाहता था. इसी के चलते वो निकिता को किडनैप करके मथुरा लेकर चला गया था लेकिन बीच में ही पुलिस ने उसे धर दबोचा और बाद में उसके परिवार के साथ-साथ पूरे समाज में काफी बदनामी हुई थी. साथ ही आरोपी और उसके पूरे परिवार को निकिता के परिवार से माफी तक मांगनी पड़ी थी. ये बात तौसीफ भूला नहीं पा रहा था। इसके बाद भी तौसीफ की यहीं प्लानिंग थी कि किडनैप करके निकिता संग शादी करना. यही वजह थी कि उसने निकिता के साथ अग्रवाल कॉलेज के गेट पर जबरदस्त करते हुए कार में डालने की कोशिश की और जब निकिता ने इसका विरोध किया तो उसने गोली चला दी जिससे निकिता की जान चली गई.
नाम छिपाकर की थी निकिता से दोस्ती
वही निकिता की सहेली भी कई सारे राज खोलती हुई नजर आई थी. उन बातों तक का खुलासा किया जिसकी उम्मीद किसी को भी नहीं थी. दरअसल आरोपी तौसीफ ने अंकित बताकर निकिता से दोस्ती की थी ताकि दोस्ती की जो शुरुआत हो रही है उसमें धर्म बीच में न आए लेकिन इस राज से पर्दा तब उठा जब तौसीफ को उसके ही एक दोस्त ने स्कूल में उसके असली नाम से बुलाया था वह स्कूल में निकिता से सीनियर था और हमेशा इसी ताक में रहता था कि निकिता संग उसकी कैसे भी करके दोस्ती हो जाए.
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