महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जनआशीर्वाद यात्रा में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी के आदेश जारी किए गए हैं.
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे पर जनआशीर्वाद यात्रा में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के मामले में केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी के आदेश जारी किए गए है. उन्होंने सीएम उद्धव को अपमानजनक टिप्पणी की थी, जिसके बाद शिवसेना गुस्से से बौखलाई हुई है. नारायण राणे के खिलाफ चार एफआईआर दर्ज है और पुलिस उन्हे गिरफ्तार किया .
उद्धव को थप्पड़ मारने के बयान पर बवाल
आपको बता दे की केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को थप्पड़ मारने संबंधी विवादित बयान दिया है, जिसके बाद यह विवाद बन चुका है. राणे ने दावा किया की स्वतंत्रता दिवस के मौके पर अपने संबोधन पर ठाकरे यह भूल गए थे कि देश को आजाद हुए कितने साल हुए है, उन्होंने कहा भाषण के बीच में उद्धव अपने साथियों से पूछ रहे थे आजादी को कितने साल हो गए. इसी संदर्भ में मंत्री ने यह बयान दिया. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री रह चुके राणे पहले शिवसेना में थे, जो बाद में कांग्रेस में आ गए और 2019 में वह भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए.
इसी बीच शिवसेना के रत्नागिरी-सिंधुदुर्ग से सांसद विनायक राऊत ने कहा कि राणे मानसिक संतुलन खो चुके है, इसके साथ ही उन्होंने कहा भाजपा को खुश करने के लिए राणे शिवसेना के नेताओं को निशाना बना रहे है. मोदी को उन्हे भाजपा से बाहर निकाल देना चाहिए.
राणे की गिरफ़्तारी
उद्धव सरकार द्वारा केंद्रीय मंत्री नारायण राणे की गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र में सियासी टकराव और बढ़ता नज़र आ रहा है, लेकिन राणे को तुरंत ज़मानत भी मिल गई थी. राणे की ज़मानत के तुरंत बाद उनके बेटे ने एक ट्वीट किया जिस में उन्होंने प्रकाश झा की फिल्म राजनीती में मनोज बाजपेयी का एक दृश्य दिखाया," इसका करारा जवाब मिलेगा".
मंगलवार रात महाड़ कोर्ट ने राणे को ऐसे शब्दों का दोबारा प्रयोग ना करने की चेतावनी देकर ज़मानत दी.