मृतका की सहेली ने कहा कि घटना के बाद उसका दिमाग काम नहीं कर रहा था कि वह करें तो करें क्या. सहेली ने कहा, ''एक समय तो मुझे लगा कि वो मृतका को बचाने की कोशिश करें लेकिन डर के कारण बचाने और शोर मचाने की कोशिश नहीं की.'' उसने आगे कहा कि वह बहुत ज्यादा डर गई
सुल्तानपुरी हादसे में दिल्ली पुलिस को चश्मदीद गवाह मिल गई है. मृतका की सहेली ने पुलिस को दिए बयान में मंगलवार को सनसनीखेज खुलासा किया है. इस खुलासे के तहत बलेनों कार सवार पांच लोगों के हैवानियत का पता लगा है. पुलिस को मिली चश्मदीद मृतका की दोस्त है जो घटना के समय मृतका की साथ थी और उसकी स्कूटी पर बैठी थी और मृतका उसे घर छोड़ने जा रही थी.
टक्कर के बाद दोनों नीचे गिर गई: सहेली
मृतका की दोस्त ने कहा कि कार से स्कूटी की टक्कर होने के बाद दोनों नीचे गिर गई थी. वह कार के बगल में जा गिरी थी जबकि मृतका के कार के सामने गिरने से वह अंदर फंस गई थी. कार सवार युवकों को यह पता लग गया था कि कोई कार के नीचे फंस गया है . फिर भी वे लोग जानबूझकर मृतका को घसीटते हुए लेकर चले गए थे. सड़क पर सन्नाटा होने के कारण वह डर गई थी जिससे वह तुरंत पैदल अपने घर चली गई और उसने घर वालों को घटना के बारे में जानकारी नहीं दी.
घटना से डर गई थी मृतका की सहेली
मृतका की सहेली ने कहा कि घटना के बाद उसका दिमाग काम नहीं कर रहा था कि वह करें तो करें क्या. सहेली ने कहा, ''एक समय तो मुझे लगा कि वो मृतका को बचाने की कोशिश करें लेकिन डर के कारण बचाने और शोर मचाने की कोशिश नहीं की.'' उसने आगे कहा कि वह बहुत ज्यादा डर गई थी. इसलिए पुलिस को भी कुछ नहीं बताया. घर जाकर भी वह सोचने लगी कि क्या करें. उसने कहा कि उसकी किस्मत अच्छी थी कि वह बच गई। परिवार वालों को बताती तो वह उसे दोषी ठहराते.
बचाने की कोशिश की- सहेली
सहेली ने कहा कि इस हादसे में उसे भी चोट आई और हाथ में फ्रैक्चर हुआ है. उसने कहा कि मतका को भी चोट नहीं आती अगर गाड़ी में बैठे युवक उसे कार के नीचे से बाहर निकाल देते. सहेली ने कहा कि उसने मृतका को बचाने की कोशिश की लेकिन उसे मौका नहीं मिला. होटल से निकलते ही कुछ दूर आगे जाकर हादसा हो गया. कार के शीशे काले थे जिससे उसे अंदर कुछ नहीं दिखाई दिया कि अंदर कितने युवक थे.
oyo में की थी पार्टी
मृतका की सहेली ने बताया कि 31 दिसंबर की रात वह ओयो होटल में पार्टी करने गई थी. होटल में उसके साथ उसका पुरुष मित्र और अन्य दोस्त थे. वह आठ बजे होटल गई थी और देर रात करीब पौने दो बजे निकल गई थी. होटल से बाहर निकलने पर मृतका कह रही थी वह स्कूटी चलाएगी लेकिन वह नशे में थी इसलिए उन दोनों की स्कूटी चलाने को लेकर हाथापाई हुई थी. वह बहुत अधिक नशे में थी, होशोहवाश में नहीं थी.
10 पहले हुई थी मुलाकात
मृतका की सहेली ने आगे कहा है कि 10 दिन पहले किसी दोस्त के माध्यम से मृतका से उसकी मुलाकात हुई थी फिर उन्होंने नया साल साथ मनाने की योजना बनाई. घटना के दिन पहले मृतका उसके घर सुल्तानपुरी आई थी. उसके बाद में उसके साथ रोहिणी के लिए निकली थी. वहां से वह मृतका के घर गई और तैयार होकर होटल के लिए निकली थी. वहां सभी ने पार्टी की. मृतका ने दोस्तों को बुलाया था.