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इस वक्त की बेहद बड़ी खबर आपने यह तो सुना होगा लोहे को लोहा ही कटता है. वैसे ही मच्छर ही मच्छर को मारेगा. कैसे काम करेगी ये तकनीक, क्या हैं इसके खतरे और भारत में कब तक आएगी मच्छरों से ही मच्छरों को मारने की ये तकनीक चलिए जानते है.
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अमेरिका की खोज
अगर कोई आपको कहे की अब मच्छर ही मच्छर को मारेगा, तो कैसा लगेगा. शायद इस बात पर यकीन करना आपके लिए मुश्किल होगा लेकिन पिछले कुछ सालों में अमेरिका में मच्छरों से पैदा होने वाली बीमारियों में काफी इजाफा हुआ है ऐसे में इन मच्छरों से निपटने के लिए अब अरबों ऐसे मच्छर को छोड़ दिया गया है. को मच्छर मादा मच्छर को मारेंगे. सूत्रों के अनुसार, ऐसा U.S. Environmental Protection Agency ने किया है. उसने फ्लोरिडा, टेक्सास और कैलिफोर्निया में अरबों की संख्या में जेनेटिकली मोडिफाइड मच्छरों को छोड़ने का आदेश दे दिया है.
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कैसे मच्छर दूसरे मच्छर को मारेंगे
अब आप सोच रहे होंगे की आखिर ये मच्छर कैसे दूसरे मच्छर को मारेंगे. तो जींस में हुए बदलावों के चलते ये मच्छर मेटिंग के बाद वहां की मादा मच्छरों को आसानी से खत्म कर देंगे जिससे नए मच्छरों की संख्या में तेजी से कमी आएगी.
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