देश की राजधानी में गटर से जुड़ा एक दर्दनाक हादसा सामने आया है. जहां एक सीवर में काम करने गए तीन लोगों की मौत की खबर सामने आई है. चौथे शख्स ने बहादुरी दिखाते हुए बचाने की कोशिश की लेकिन उसकी भी जान चली गई.
देश की राजधानी में गटर से जुड़ा एक दर्दनाक हादसा सामने आया है. जहां एक सीवर में काम करने गए तीन लोगों की मौत की खबर सामने आई है. चौथे शख्स ने बहादुरी दिखाते हुए बचाने की कोशिश की लेकिन उसकी भी जान चली गई.
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रोहिणी में दर्दनाक हादसा
यह दर्दनाक हादसा रोहिणी सेक्टर के ई ब्लाक में सीवर के भीतर से टेलीफोन की केबल गुजर रही है. इन केबल में फॉल्ट की शिकायत मिली थी. फॉल्ट ठीक करने का ठेका जनकपुरी स्थित निजी फर्म को दिया गया है. पुलिस अधिकारी ने बताया की सुपरवाइजर सूरज साहनी दो मजदूरों बच्चू एवं पिंटू के साथ मौके पर मरम्मत करने गया था. करीब 15 फीट गहरे सीवर के ढक्कन को हटाकर बच्चू एवं पिंटू अंदर घुसे. सीवर में टेलीफोन के अलावा बिजली के भी तार थे. काफी देर तक नहीं निकलने पर पर सूरज उन्हें देखने के लिए सीवर में घुसा. लेकिन वह खुद भी फंस गया. मिली जानकारी के अनुसार, वहां खड़े रिक्शा चालक सतीश ने यह हादसा देखा. वह इनकी जान बचाने के लिए सीवर में घुस गया. एक के बाद एक करके चार लोगों के सीवर में फंसने पर हड़कम्प मच गया. करीब साढ़े छह बजे पुलिस एवं दमकल को घटना की सूचना दी गई. इसके बाद मौके पर बचाव दल पहुंच गया.
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मजदूर बिना उपकरण के सीवर में घुसे थे
सूत्रों के अनुसार, मरम्मत के लिए सीवर में घुसने के दौरान मजदूरों के पास जरूरी सुरक्षा उपकरण नहीं थे. जबकि गैस सिलेंडर और अन्य बाडी प्रोटेक्टर होने चाहिए थे. आपको बता दें कि, बच्चू और पिंटू उत्तम नगर इलाके में रहते हैं. वहीं रिक्शा चालक सतीश पास की सरदार कालोनी में रहता था. मौके पर सतीश के भाई दीपक ने अपने भाई के लापता होने की सूचना दी थी. चूंकि घटनास्थल मुख्य बवाना रोड पर स्थित है. लोग अपने वाहन को रोक कर जानकारी लेने लग रहे थे. इसकी वजह जाम की स्थित बन गई.