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पश्चिम बंगाल में (गुरुवार को) आज बज़ट सत्र का पहला दिन है. पहले दिन ही ममता बनर्जी की सरकार ने उत्तर बंगाल को अलग राज्य बनाए जाने का मुद्दा उठाया है. ममता सरकार ने बंगाल विभाजन की मांग को लेकर भारतीय जनता पार्टी से अपना रुख साफ करने को कहा है. टीएमसी ने बंगाल के विभाजन के खिलाफ विधानसभा में प्रस्ताव लाने की घोषणा की है.
बीजेपी को 48 घंटे का अल्टीमेटम
उत्तर बंगाल के विकास मंत्री उदयन गुहा ने राज्य के बंटवारे पर अपना साफ रुख बताने को लेकर बीजेपी को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. इतना ही नहीं गुहा ने बीजेपी पर आरोप लगाते हुए कहा कि बंगाल के लोगों के साथ बीजेपी डबल गेम खेल रही है. ममता सरकार ने यह भी आरोप लगाया है कि राज्य को बांटने के मांग के पीछे बीजेपी नेता के हाथ हैं. उदयन गुहा ने कहा कि राज्यों के बंटवारे को लेकर बीजेपी की त्रिपुरा के लिए एक नीति है तो बंगाल के लिए दूसरी. ऐसा क्यों है? टीएमसी नेता ने इसे ओछी राजनीति बताते हुए कहा कि जल्द ही बीजेपी का पाखंड लोगों के सामने आएगा.
डबल गेम' खेल रही भाजपा
सिलीगुड़ी में मीडिया से बातचीत में गुहा ने कहा कि, "भाजपा बंगाल के लोगों के साथ 'डबल गेम' खेल रही है. दक्षिण बंगाल में, वे कहते हैं कि वे उत्तर बंगाल को एक अलग राज्य नहीं बनाना चाहते हैं, जबकि उत्तर बंगाल में उनके सांसद और विधायक अलग राज्य की मांग कर रहे हैं. भाजपा को 48 घंटे के भीतर अपनी बात साफ करनी होगी."
बंगाल में गड़बड़ी करने का आरोप
ममता सरकार के मंत्री ने भाजपा पर बंगाल में गड़बड़ी करने का बड़ा आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि "बंगाल को तोड़ने की कोशिश की जा रही है. हम इस बजट सत्र में इसके खिलाफ प्रस्ताव लाएंगे. वहीं, पश्चिम बंगाल के मंत्री सोवनदेब चट्टोपाध्याय ने कहा, हम चाहते हैं कि विपक्ष सहित हर विधायक इस प्रस्ताव का समर्थन करें."
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