मुंबई के गोवंडी इलाके में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान 43 वर्षीय संतोष कशालकर की दम घुटने की वजह से मौत हो गई थी। इसके बाद यह पता चला कि, मौत शरीर में जहरीली गैस प्रवेश करने के कारण हुई है।
मुंबई के गोवंडी इलाके में सेप्टिक टैंक की सफाई के दौरान 43 वर्षीय संतोष कशालकर की दम घुटने की वजह से मौत हो गई थी. संतोष के अलावा इस हादसे में दो अन्य लोगों को भी अपनी जान गंवानी पड़ी थी. इसके बाद यह पता चला कि, मौत शरीर में जहरीली गैस प्रवेश करने के कारण हुई है.
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क्या था मामला
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई जहां गरीब मजदूरी और नौजवान अपने सपने पूरी करने की इच्छा रखकर आते है वहीं तकरीबन दो सौ किलोमीटर की दूरी पर पुणे शहर की एक इमारत में सेप्टिक टैंक को साफ करने के दौरान चार मजदूरों की दम घुटने की वजह से दर्दनाक मौत हो गई है। यह सोसाइटी पुणे शहर से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है. सुबह के समय कुछ लोग कदम बस्ती के पीछे बने रिहायशी कॉम्प्लेक्स के सेप्टिक टैंक की सफाई कर रहे थे. सूत्रों के मुताबिक, यह पूरा हादसा लोनी कालभोर इलाके में हुआ है. आपको बता दें कि, यह दुर्घटना सुबह साढ़े ग्यारह बजे की है.
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क्या कहा पुलिस निरीक्षक राजेंद्र मोकाशी
हादसे कि जानकारी देते हुए पुलिस निरीक्षक राजेंद्र मोकाशी ने बताया कि, पहले दो लोग इस टैंक को साफ कर रहे थे. जब उनका दम घुटने लगा तब उन्हें बचाने के लिए दो और लोग टैंक के अंदर घुसे. हालांकि दम घुटने की वजह से चारों की मौत हो गई. मरने वाले में दो लोग वे हैं जो सेप्टिक टैंक साफ करने में जुटे हुए थे जबकि दो लोग वो हैं जो इस सोसाइटी में दैनिक कामकाज देखते थे.