11 मार्च से महाशविरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। यहां देखिए उज्जैन के महाकाल को कैसे हल्दी लगाकर हुई इस उत्सव की शुरुआत।
महाशिवरात्रि 11 मार्च को है ऐसे में विश्व के प्रसिद्ध ज्योतिर्लिंग कहे जाने वाले महाकाल मंदिर में आज से महाशिवरात्रि की शुरुआत हो चुकी है। आज के दिन भगवान शिव का हल्दी से श्रृंगार किया जाता है। वैसे तो भगवान शिव की पूजा में हल्दी का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं होता है लेकिन ऐसा माना जाता है कि शास्त्रों के मुताबिक शिवलिंग पुरुष तत्व का एक प्रतीक है और हल्दी एक स्त्रियोचित वस्तु मानी जाती है।
इसी वजह से पूजा में हल्दी का बिल्कुल भी इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इन सबके बावजूद शिवरात्रि से कुछ दिन पहले आज के दिन कोटितीर्थ कुंड के पास मौजूद भगवान कोटेश्वर महादेव का अभिषेक पूजन भी किया जाता है। इसके अलावा भगवान शिव और मां पार्वती को हल्दी लगाई जाती है। ऐसा कहा जाता है कि महाकाल के दुल्हा बनने से पहले ये हल्दी उन्हें लगाने की रस्म है।
भोलेनाथ शविरात्रि के दिन दुल्हा बनेंगे। ऐसे में हल्दी लगाने की रस्म आज थी। इन दिन उनका बिल्कुल अलग और शानदार तरीके से श्रृंगार किया जाएगा। इस शानदार नजारे को देखने के लिए भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। आज उत्सव की शुरुआत भोले बाबा की हल्दी की रस्म से हुई है। इसी के आधार पर आज सुबह 9: 30 बजे गर्भगृह में महाकाल का पंचामृत से अभिषेक कर विशेष पूजन किया गया।
इसके अलावा आपको बता दें कि एक्टर अमिताभ बच्चन ने भी इस शानदार नजारे की तस्वीर अपने सोशल मीडिया अकाउंट के जरिए शेयर की है। इसके साथ उन्होंने एक बेहद ही शानदार कैप्शन तक लिखा है। जोकि कुछ इस तरह से है - यह फोटो बहुत ही खास है, क्योंकि ये दर्शन वर्ष में केवल एक बार देखा जाता है। "शिव नवरात्रि" आज से शुरू हो गया है, भगवान शिव को हल्दी लगी और आज से 9वें दिन बाद भगवान शिव जी बांधे होंगे सेहरा। जय श्री महाकाल'