कर्नाटक के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री KS ईश्वरप्पा ने ठेकेदार संतोष पाटिल की आत्महत्या के मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद शुक्रवार शाम मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.
कर्नाटक के ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज मंत्री KS ईश्वरप्पा ने ठेकेदार संतोष पाटिल की आत्महत्या के मामले में प्राथमिकी दर्ज होने के बाद शुक्रवार शाम मंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. दरअसल, आत्महत्या करने से पहले ठेकेदार ने आरोप लगाया था कि उसके द्वारा किए गए काम के भुगतान के लिए उससे रिश्वत मांगी जा रही थी. इस मामले में पाटिल ने ईश्वरप्पा का नाम लिया था. ईश्वरप्पा ने गुरुवार को कहा था कि वह शुक्रवार को अपना इस्तीफा सौंप देंगे. मंत्री ने शुक्रवार शाम मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई को अपना इस्तीफा सौंपा.
Karnataka Minister KS Eshwarappa arrives at Chief Minister Basavaraj Bommai's residence to tender his resignation amid the row over the alleged suicide of contractor Santosh Patil. pic.twitter.com/WU67bUzKkR
— ANI (@ANI) April 15, 2022
इस्तीफा देने से पहले केएस ईश्वरप्पा ने अपने समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा था कि मेरे ऊपर आरोप लगाया जा रहा है, क्या मैं निर्दोष निकलूं... उसका, इसलिए मैं मंत्री पद से इस्तीफा दे रहा हूं. मैं तुमसे कह रहा हूं कि मैं निर्दोष निकलूंगा और एक बार फिर मंत्री जरूर बनूंगा. उन्होंने यह बात यहां अपने समर्थकों और पार्टी कार्यकर्ताओं को बताई, जो बेंगलुरु रवाना होने से पहले उनके खिलाफ इस्तीफा नहीं देने के नारे लगा रहे थे.
'मैं साजिश से साफ निकलूंगा'
राजनीतिक हंगामे के बीच ईश्वरप्पा ने गुरुवार शाम को मंत्री पद से इस्तीफे की घोषणा की थी. यह कहते हुए कि पार्टी के कार्यकर्ता दुखी थे और कुछ तो रो भी रहे थे कि उन्हें इस्तीफा नहीं देना चाहिए, उन्होंने बाद में संवाददाताओं से कहा कि उन्होंने समर्थकों से बहुत स्पष्ट रूप से कहा है कि यह एक 'अग्नि परीक्षा' है, उनके खिलाफ आरोप लगाया गया है, और कुछ लोग उसके खिलाफ साजिश रची है. जब मैंने उनसे पूछा कि मुझे सभी आरोपों से मुक्त होना चाहिए या नहीं, तो उन्होंने कहा, मुझे साफ होना चाहिए ... हमारे कार्यकर्ताओं, वरिष्ठों और कई स्वामीजी के आशीर्वाद से, मुझे विश्वास है कि मैं अपने खिलाफ साजिश से मुक्त हो जाऊंगा. मैं साफ निकलूंगा.