इस बार शनि जयंती 19 मई के दिन मनाई जाने वाली है। इसकी शुरुआत अमावस्या तिथि की शुरुआत 18 मई रात 9 बजकर 42 मिनट से शुरू होगी।
हर शनिवार न्याय के देवता शनि देव की पूजा की जाती है। जो लोग भी शनि देव की पूजा करते हैं तो उन्हें जीवन में कई प्रकाऱ के सुख मिलते हैं। पंचांग के मुताबिक इस साल 19 मर् के दिन शक्रवार के दिन शनि जयंती पड़ रही है। ऐसे में लोगों के बीच खुशा का माहौल बना रहता है। ऐसे में आइए जानते हैं कि कैसे और किस तरह से इस दिन पूजा करके भगवान शनि देव को कैसे प्रसन्न करें।
इस बार शनि जयंती 19 मई के दिन मनाई जाने वाली है। इसकी शुरुआत अमावस्या तिथि की शुरुआत 18 मई रात 9 बजकर 42 मिनट से शुरू होगी। वहीं, इसकी समाप्ति 19 मई रात 9 बजकर 22 मिनट पर होने वाली है। इस दिन शनि देव स्वराशि कुंभ में विराजमान रहेंगे, जिसके चलते शनि जयंती पर शनि देव की पूजा करना सफल रहेगी।
पूजा में इस्तेमाल करें ये चीजें
शनि देव की पूजा के लिए आप तेल, फूल माला, उड़द और तिल का इस्तेमाल करें। साथ ही शनि देव की मूर्ति पर तेल भी चढ़ाए। साथ ही उन पर फूल भी अर्पित करें। बाद में फिर शनि देव के चरणों में काली उड़द और फूल चढ़ाएं। भक्त फिर सरसों का तेल जलाकर शनि चालीस जरूर पढ़े। इस दिन जरूरमंदों को खाना खिलाना काफी शुभ माना जाता है।
शनि देव के इस मंत्र का करें जाप
इस दिन शनि देव के मंत्रों का जाप किया जा सकता है। शनि देव प्रसन्न होते हैं तो सभी संकटों से मुक्त कर देते हैं। "ऊं शं अभयहस्ताय नमः" और "ऊं शं शनैश्चराय नमः" का जाप करना बेहद शुभ होता है।