आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में महिलाओं के पास इतना समय नहीं होता कि वह बर्तन-कपड़े धो सकें। इसलिए वह कपड़े धोने के लिए वाशिंग मशीन और बर्तन धोने के लिए डिशवॉशर का इस्तेमाल करती हैं।
हम सभी ये जानते है कि डिशवॉशर का इस्तेमाल आजकल ज्यादातर घरों में होता हुआ दिखाई दे रहा है। इसको हिंदी में बर्तन धोने की मशीन कहा जाता है। यह बर्तनों को सैनिटाइज करने के साथ-साथ रोगाणुओं से होने वाले खतरे से भी बचाता है। यह वाशिंग मशीन की तरह ही काम करता है। बस इसमें कपड़ों की जगह बर्तन साफ किए जाते हैं।
आजकल भागदौड़ भरी जिंदगी में महिलाओं के पास इतना समय नहीं होता कि वह बर्तन-कपड़े धो सकें। इसलिए वह कपड़े धोने के लिए वाशिंग मशीन और बर्तन धोने के लिए डिशवॉशर का इस्तेमाल करती हैं। डि शवॉशर मशीन हमारे कामों को आसान तो बनाती है, लेकिन यह हमारे के लिए मुसीबत का कारण भी बन सकती हैं। आइए आपको बताते हैं कि डिशवॉशर में कौन से बर्तन नहीं धोने चाहिए? उसके बारे में हम बताते हैं। छोटे मुंह वाली बोतलें इनमें मशीन का स्प्रे नहीं जाता। लकड़ी के बर्तन नहीं धोने चाहिए इससे बर्तनों के टूटने का डर रहता है। डिशवॉशर मैं प्लास्टिक के डिब्बे नहीं डालना चाहिए। साथ ही तांबे के बर्तन भी नहीं डालने चाहिए। डिशवॉशर धोने से वो बदरंग हो जाते हैं।
डिशवॉशर खरीदते वक्त रखें इन बातों का ध्यान
इतना ही नहीं हमेशा किचन की जगह देखकर ही डिशवॉशर आपको खरीदना चाहिए। आमतौर पर यह बड़ी फैमिली के लिए फायदेमंद होता है। डिशवॉशर आपकी किचन की सुंदरता को बढ़ा सकता है। ऐसे में डिशवॉशर खरीदते समय इसके फीचर का ध्यान रखें जैसे कि कितनी वो एनर्जी लेती है और पानी उसमें लगता है। अगर घर में छोटे बच्चे है तो चाइल्ड सेफ्टी का भी ध्यान रखें। तो इस तरह आपके लिए डिशवॉशर एक तरह से वरदान और श्राप दोनों साबित हो सकती है। लेकिन उसको इस्तेमाल कैसे करना है ये चीज आप पर निर्भर करती है।