800 साल बाद एक ऐसा नजारा आपको देखने को मिलने वाला है, जिसकी उम्मीद किसी को भी नहीं थी। बृहस्पति और शनि दोनों ग्रह एक साथ सीधी रेखा पर आएंगे, जानिए इसका क्या असर रहने वाला है सब पर।
ये दुनिया गोल है ये बात तो हम सभी जानते हैं। लेकिन इस पर असर उसके आस-पास मौजूद ग्रह डालते हुए नजर आते हैं। हर बार कई ग्रहों के साथ आने की वजह से ऐसे दुर्लभ संयोग बनते हैं जिसके बारे में हम कल्पान भी नहीं कर सकते हैं। कुछ तो 800 साल बाद देखने को मिलते हैं। इसका सबसे परफेक्ट नजारा हमें जल्दी ही देखने को मिलने वाला है। दरअसल शानदार तरीके से मनाने वाले त्योहार क्रिसमस पर एक अजीब से खगोलीय घटना देखने को मिलने वाली है। इस बार कुछ ऐसा होता हुआ दिखाई देगा जो पहले कभी 800 सालों में नहीं हुआ। यानी 21 दिसंबर को आकाश में क्रिसमस का तारा दिखाई देने वाला है। यानी इस दिन बृहस्पति और शनि दोनों ग्रह एक साथ सीधी रेखा में आ जाएंगे। इस घटना को क्रिसमस स्टार या फिर बेथलेहम का तारा भी कहा जाता है।
क्या इंसान भी देख पाएंगे ये घटना?
देखा जाए तो मध्यकाल के बाद से ही दोनों ग्रह कभी पृथ्वी के बेहद करीब एक साथ आते हुए दिखाई नहीं दिए हैं। इस मामले में राइस यूनिवर्सिटी के खगोलविद पैट्रिक हर्टिगन का कहना है कि दोनों ग्रह 20 साल के बाद हमेशा एक रेखा पर आते हैं लेकिन जो संयोग बन रहा है वो अपने आप में बेहद ही दुर्लभ घटना है। ऐस इसीलिए कहा जा रहा है क्योंकि ये दोनों ग्रह इतने करीब आ जाएंगे कि इन्हें आप देख पाएंगे। 21 दिसंबर को ये दोनों ग्रह सिर्फ 0.1 डिग्री की दूरी पर रहेंगे। ऐसा तब होता है जब यह दोनों ग्रह ही सौरमंडल में सूर्य से काफी दूरी पर रहकर परिक्रमा करते है ऐसे में ये कंजेक्शन 20 साल बाद दिखता है।
पहले कब हुई थी ये दुर्लभ घटना?
इसके बारे में आगे बात करते हुए हर्टिगन ने कहा कि 4 मार्च 1226 को यह दुर्लभ घटना घटित हुई नजर आई थी। उस वक्त आकाश में क्रिसमस का तारा भी नजर आया था।
अब कब देखने को मिलने वाला है ये नजर?
21 दिसंबर को सूर्यास्त के 45 बाद के बाद आकाश के दक्षिणी-पश्चिमी हिस्से को यदि नग्न आंखों या फिर टेलिस्कोप की मदद से आप ये अद्भूत नजर देख सकते हैं। लेकिन ऐसा कहा जा रहा है कि ये पूरा नजारा हफ्ते भर तक नजर आने वाला है। अब अगली बार ये नजारा साल 2080 में देखने को मिलने वाला है।
ऐसे भी पड़ने वाला है प्रभाव
शनि और गुरु की भेद युति के चलते अगले आने वाले एक साल में बड़े औद्योगिक घरानों और राजनीतिक दलों में फूट पड़ती हुई दिखाई दे सकती है। सरकार से जुड़ी चीजों के बीच असंतोष बढ़ सकता है। जिसके चलते लोग जन आंदोलन की ओर बढ़ सकते हैं। इसके चलते लोगों के बीच धर्म को लेकर पाखंड और दिखावा ज्यादा होगा। बाजार में सुस्ती आने की संभावना है। जिससे प्रॉपर्टी के दाम कम हो सकते हैं वहीं, दूसरी तरफ सोने के दामों वृद्धि हो सकती है।
किन राशियों पर पड़ने वाला है इसका असर:
सिंह, मिथुन, तुला, धनु, वृश्चिक, कुंभ और मीन राशि के लोगों के लिए ये दोनों ग्रह शानदार रहने वाले हैं।
कब-कब बने दुर्लभ संयोग
- दिवाली पर बना 499 सालों बाद दुर्लभ योग बना था।
- 165 साल बाद एक अद्भूत संयोग बना, जिसके चलते पितृपक्ष की समाप्ति के बाद नवरात्रे शुरु नहीं हुए।
-सूर्य ग्रहण के वक्त ग्रह और नक्षत्रों का ऐसा संयोग बना जो 500 सालों से नहीं बना।
- 2020 में होली पर बना था 499 साल बाद खास संयोग।