भारत और चीन के बीच इस वक्त विवाद लगातार जारी है। लद्दाख को लेकर दोनों के बीच का मसल अभी तक सुलझ नहीं पाया है। जानिए आज की राउंड बैठक में क्या होगा।
भारत और चीन की बीच के विवाद को लेकर 2 महीने बाद इन दोनों देशों के मिलिट्री कमांडर एक बार फिर से बातचीत के टेबल पर मौजूद हैं। इसके जरिए पूर्वी लद्दाख को लेकर जारी गतिरोध के मुद्दे पर दोनों देश बातचीत करने वाले हैं। जो ये मीटिंग की जा रही है वो चीनी सीमा रेखा मोल्डो में रखी गई है। इससे पहले 6 नवंबर के दिन को दोनों देशों के बीच वार्ता हुई थी।
हर बार की तरह इस बार भी चीन के साथ बातचीत के दौरान विदेश मंत्रालय का एक अधिकारी वहां प्रतिनिधि रहने वाला है। पिछले 9 महीने से दोनों देशों के बीच काफी ज्यादा तनाव की स्थिति बनी हुई नजर आ रही है। इतना ही नहीं पूर्वी लद्दाख में हथियारों के लिए अलावा सेना की भारी तैनाती की गई है। आपको ये जानकारी हैरानी होगी कि 8 राउंड की वार्ता हो चुकी है, लेकिन लद्दाख में जारी गतिरोध का समाधान नहीं निकला है।
लद्दाख के अंदर तापमान इस समय शून्य से 30 डिग्री नीचे तक चला गया है, लेकिन फिर भी दोनों देशों की सेनाओं में किसी भी तरह की कटौती नहीं देखने को मिली है। इस समय सर्दियां होने के चलते सीमा पर शांति बनी हुई है, लेकिन फिर भी तनाव जारी है। 30 अगस्त 2020 को भारत ने पैंगोंग लेक के दक्षिणी किनारे पर मौजूद रेचिन ला, मुकपारी और टेबलटॉप जैसी मुख्य चोटियों पर कब्जा कर लिया था।
30 अगस्त 2020 को भारत ने पैंगोंग लेक के दक्षिणी किनारे पर मौजूद रेचिन ला, मुकपारी और टेबलटॉप जैसी मुख्य चोटियों पर कब्जा कर लिया था। चीन की ओर से उकसाने वाली सैन्य कोशिश को देखते हुए भारत ने अपनी सेना को ब्लैकटॉप के पास तैनात कर दिया है। अरुणाचल प्रदेश में चीन की ओर से एक गांव का निर्माण किए जाने की खबरों पर चीन ने गुरुवार को प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि वो 'अपनी जमीन पर' निर्माण की गतिविधियां कर रहा है।