यूपी में कमजोर कानून-व्यवस्था के बीच अब बत्ती ने 'गुल' की योगी सरकार की नींद

यूपी की स्थिति इस तरह की हो गयी है की न तो आप घर के अंदर सुकून से बैठ सकते हैं न ही घर के बाहर बेख़ौफ़ घूम सकते हैं। आख़िर करें तो क्या करे आम जनता।

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कुछ महीनों पहले हर जगह से तारीफ सुनने वाली योगी सरकार आज सवालों के कठघरे में आकर खड़ी हो गई है। हम बात कर रहे हैं कोरोना काल की जहां योगी सरकार ने पूरे यूपी को इस तरह संभाला था सिर्फ़ भारत ही नहीं पाकिस्तान तक में उनकी तारीफ़ हुई थी। क्योंकि जनसंख्या के मामले में यूपी बहुत ज़्यादा बड़ा राज्य है उस आधार पर यहां सबसे कम कोरोना संक्रमित मरीज़ निकल रहे थे। पर पिछले कुछ दिनों में ऐसा कुछ हुआ जिससे योगी सरकार पर उंगलियां उठने लगी है। उनकी कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। यूपी सरकार इन दिनों कुछ कहने की हालात में नहीं है। 


इन सबका कारण है यूपी में एक के बाद एक हो रही घटनायें। यूपी में हर दिन बढ़ रहा अपराध यूपी सरकार को सवालों के घेरे में खड़ा कर रहा है। सिर्फ़ अपराध ही नहीं यूपी सरकार आम जनता को खुश रखने में भी विफल होती नज़र आ रही है। पिछले कुछ दिनों से यूपी सरकार लगातार सुर्ख़ियों में बनी हुई है। एक तरफ़ यूपी में बढ़ रहा अपराध और दूसरी तरफ़ यूपी के कुछ शहरों में हुई बत्ती गुल ने पूरे यूपी में आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया है। यूपी की स्थिति इस तरह की हो गयी है की न तो आप घर के अंदर सुकून से बैठ सकते हैं न ही घर के बाहर बेख़ौफ़ घूम सकते हैं। आख़िर करें तो क्या करे आम जनता।


यूपी में महिलाओं का खिलाफ अपराध का आंकड़ां बढ़ता ही जा रहा है। अगर ऐसा ही होता रहा तो वो दिन दूर नहीं जब उत्तरप्रदेश देश का सबसे ज्यादा अपराध वाला राज्य बन जाएगा। जिसमे अभी सबसे आगे राजस्थान का नाम है यहां पर महिलाओं के खिलाफ सबसे ज्यादा अपराध के मामले सामने आते हैं। पिछले कुछ दिनों में यूपी से महिलाओं के साथ हो रहे दुष्कर्म की वारदातों की ख़बरें कुछ ज्यादा ही आ रही है। हाल ही में हुए हाथरस रेप केस में पहले ही जनता न्याय की गुहार लगा रही है।  केस में कई ऐसी चीज़ें निकल कर आई हैं जिसने लोगों में आक्रोश पैदा कर दिया है जिसमे सबसे बड़ी बात है यूपी पुलिस द्वारा जबरन पीड़िता का अंतिम संस्कार करना वो भी परिवार की मर्ज़ी के खिलाफ। इससे ये सवाल खड़े हो जाते हैं कि क्या पुलिस आरोपियों को बचाने के प्रयास कर रही है? यूपी पुलिस क्या छिपाने का प्रयास कर रही है? क्या ये सब सरकार के संज्ञान में है? कहीं सरकार की मिलीभगत तो नहीं?


अभी इस मामले में कोई निष्कर्ष नहीं निकल पाया था योगी सरकार ने इस केस को यूपी पुलिस के हाथों से लेकर एसआईटी हाथों में सौंप दिया। अब जनता इस मामले को सीबीआई के हाथों में सौंपने की मांग कर रही है। जहां एक तरफ पहले ही सरकार के पास इन सवालों के जवाब नहीं थे इसी बीच हाथरस के पास के इलाकों में और घटनाओं को अंजाम दे दिया गया। 


हाथरस में हुए गैंगरेप के कुछ दिनों बाद ही हाथरस के नज़दीक स्थित बलरामपुर में भी एक 22 वर्षीय लड़की के साथ रेप जैसी घिनौनी बारदात को अंजाम दिया गया। इस मामले में अभी सुनवाई होना बाकि ही था कि एक और घटना की जानकारी यूपी के अलीगढ से मिली। 


इन सबके अलावा यूपी में एक और समस्या के चलते लोगों में हाहाकार मचा हुआ है। लोग प्रदर्शन करते हुए सड़कों पर उतर आए हैं। इसका कारण है उत्तर प्रदेश के कई शहरों में बिजली न होना। पूर्वांचल के कई ऐसे शहर हैं जहां दिन से लेकर रात तक बिजली नहीं आई और लोगों को बिजली-पानी की समस्या हो रही है। बिजली कटने का कारण है 15 लाख से ज्यादा बिजली कर्मचारियों का हड़ताल करना। 

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