दिल्ली में अब यात्रियों को मेट्रो और बसों में खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति दी गई है. यात्री बसों में 50 प्रतिशत सीट क्षमता तक खड़े हो सकते हैं.
दिल्ली में अब यात्रियों को मेट्रो और बसों में खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति दी गई है. यात्री बसों में 50 प्रतिशत सीट क्षमता तक खड़े हो सकते हैं. वहीं, दिल्ली मेट्रो के प्रत्येक कोच में 30 यात्री खड़े होकर यात्रा कर सकेंगे. यह आदेश दिल्ली आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने जारी किया है. दिल्ली सरकार ने हाल ही में डीडीएमए को मेट्रो और बसों में खड़े होकर यात्रा करने का प्रस्ताव भेजा था, ताकि लोग सार्वजनिक परिवहन का अधिक उपयोग कर सकें.
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दरअसल, दिल्ली में प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है. एक्यूआई हर रोज खतरनाक स्तर पर बना हुआ है. जिसको लेकर डीडीएमए ने फैसला किया है कि ज्यादा से ज्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट को बढ़ावा दिया जाए. ताकि सड़क पर वाहनों की कमी न हो. अभी तक कोरोना वायरस के दिशा-निर्देशों के चलते यात्रियों को बसों और मेट्रो में खड़े होकर यात्रा करने की अनुमति नहीं थी. हालांकि मेट्रो और बसें शत-प्रतिशत बैठने की क्षमता के साथ चल रही हैं.
कोरोना गाइडलाइन का करना होगा पालन
इसके अलावा बसों के अंतरराज्यीय परिवहन के लिए खड़े यात्रियों को बैठने की क्षमता के 50 प्रतिशत तक की अनुमति होगी. इसके अलावा आदेश में कहा गया है कि चढ़ाई के लिए पिछले दरवाजे का ही इस्तेमाल किया जाए और उतरने के लिए सामने वाले दरवाजे का इस्तेमाल किया जाए. आदेश में आगे कहा गया है कि परिवहन विभाग, दिल्ली परिवहन निगम (DTC) और दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) यह सुनिश्चित करेंगे कि यात्री पूरी तरह से COVID-19 दिशानिर्देशों का पालन करें.
यह आदेश एक दिसंबर की मध्यरात्रि तक लागू रहेगा
ये दिशानिर्देश 30 नवंबर और 1 दिसंबर की मध्यरात्रि या अगले निर्देश तक प्रभावी रहेंगे. यह आदेश दिल्ली के मुख्य सचिव विजय देव ने डीडीएमए की राज्य कार्यकारी समिति के अध्यक्ष के रूप में जारी किया है. शनिवार को, दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI), 374, 'बहुत खराब' था, जबकि हवा में PM10 और PM2.5 की सांद्रता क्रमशः 352 और 218 थी.