बर्लिन, में 2 अक्टूबर को यूरोप और जापान के एक संयुक्त अंतरिक्ष यान को बुध ग्रह की पहली झलक मिली है.
बर्लिन, में 2 अक्टूबर को यूरोप और जापान के एक संयुक्त अंतरिक्ष यान को बुध ग्रह की पहली झलक मिली है. यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने यह जानकारी दी है कि अंतरिक्ष एजेंसी के अनुसार बेपीकोलंबो अभियान शुक्रवार को बुध ग्रह के गुरुत्व का इस्तेमाल करते हुए अंतरिक्ष यान को उसकी कक्षा में थोड़ा नीचे तक ले गया. करीब 200 किमी की ऊंचाई पर आने के बाद अंतरिक्ष यान ने निगरानी कैमरों से बुध ग्रह की एक श्वेत श्याम तस्वीर ली है.
आपको बता दें यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा कि इस तस्वीर से यह प्रदर्शित होता है कि बुध ग्रह पर जगह-जगह विशाल खड्ड हैं, जिनमें 166 किमी चौड़ा लेरमोनटोव क्रेटर (ज्वालामुखी विस्फोट से बना खड्ड) भी शामिल है. बुध का तापांतर भी सबसे अधिक 600 डिग्री सेल्सियस है. रात का तापमान -173 डिग्री और दिन का तापमान 427 डिग्री सेल्सियस है. बुध ग्रह का कोई भी उपग्रह नहीं है. इसे वाणिज्य अथवा व्यापार का देवता भी कहा जाता है.
बुध ग्रह आकार मे सबसे छोटा और सूर्य के सबसे नजदीक है. यह पृथ्वी के बाद सर्वाधिक सघन वातावरण वाला ग्रह भी है. बुध को सूर्य की परिक्रमा करने में 88 दिन का समय लगता है और अपनी धुरी पर घूमने में 58 दिन और 15 घंटे का समय. इस तरह बुध पर एक दिन पृथ्वी के लगभग 58 दिन के बराबर और एक वर्ष 88 दिन का होता है. यानी डेढ़ दिन में ही एक वर्ष हो जाता है.