दादी-नानी के नुस्खों में घर में मौजूद चीजों को मिलाकर काढ़ा बनाया जाता था, जो सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है. पहले के जमाने में मौसम बदलने के कारण सर्दी और बुखार होने पर घर में काढ़ा पिलाया जाता था.
दादी-नानी के नुस्खों में घर में मौजूद चीजों को मिलाकर काढ़ा बनाया जाता था, जो सेहत के लिए कई तरह से फायदेमंद होता है. पहले के जमाने में मौसम बदलने के कारण सर्दी और बुखार होने पर घर में काढ़ा पिलाया जाता था. काढ़ा बनाने के लिए घरेलू मसालों का इस्तेमाल किया जाता है जो औषधीय गुणों से भरपूर होते हैं. इन काढ़ों के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है, जिससे हमारा शरीर रोगों से लड़ने में सक्षम होता है. ये काढ़े आसानी से घर पर बनाए जा सकते हैं.
पूरी सर्दी पिए इन चीजों का काढ़ा
दालचीनी एक ऐसा मसाला है जिसकी मनमोहक महक होती है. वैसे तो दालचीनी का इस्तेमाल आम मसाले के तौर पर किया जाता है लेकिन इसमें पाए जाने वाले गुणों के कारण यह एक औषधि की तरह काम करती है. एक गिलास पानी में आधा चम्मच दालचीनी पाउडर डालकर उबालें. जब पानी अच्छे से उबल जाए तो इसे आंच से उतार लें और कुछ देर के लिए ठंडा होने दें, इसके बाद इसमें शहद मिलाकर पिएं, इससे सर्दी-जुकाम से राहत मिलती है. दालचीनी का सेवन दिल की बीमारियों से बचाने में भी सक्षम है. यह कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में फायदेमंद होता है.
गले में खराश, खांसी, जुकाम की समस्या हो तो लौंग को बारीक पीसकर काली मिर्च, अदरक और गुड़ के साथ पानी में उबाल लें. इसमें तुलसी के कुछ पत्ते भी डाल दें. जब उबलता हुआ पानी आधा रह जाए तो समझ लें कि आपका काढ़ा तैयार है. इसे छान कर गुनगुना पी लें. एक कप पानी में एक चम्मच काली मिर्च और चार चम्मच नींबू का रस डालकर उबालें. इसे रोज सुबह खाली पेट पीने से पेट की चर्बी कम होती है. साथ ही यह सर्दी और फ्लू में भी फायदेमंद होता है.
पेट से जुड़ी समस्याओं में अजवाइन फायदेमंद होती है. अगर आपको पेट से जुड़ी समस्या है तो एक गिलास पानी को उबाल लें. जब पानी उबलने लगे तो उसमें आधा चम्मच अजवाइन और गुड़ मिलाकर आधा पानी सूखने तक उबालें. इसे आंच से उतार लें और ठंडा होने के बाद इसे पी लें. इससे डाइजेशन सही रहता है.