मथुरा में होली को कई तरीको से मनाया जाता है। यही नहीं मथुरा में होली का त्योहार 40 दिनों तक मनाया जाता है।आइए जानते हैं कि मथुरा में आखिर कब और किस दिन होली मनाई जाएगी।
होली का त्योहार आने वाला है। यह त्योहार हर साल फाल्गुन महीने की पूर्णिमा को मनाया जाता है। यह हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहारों में से एक है। वही होली से ठीक एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है और पूजा की जाती है। जिसके अगले दिन एक-दूसरे को रंग लगाया जाता है। यही नहीं होली का त्योहार पूरे देश में मनाया जाता है लेकिन मथुरा में इसे बेहद ही हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। ऐसे में आपको बता दें कि होली की शरुआत वंसत पंचमी से हो जाती है। साथ ही मथुरा में होली को कई तरीको से मनाया जाता है। यही नहीं मथुरा में होली का त्योहार 40 दिनों तक मनाया जाता है। इसके साथ ही यहां रंग वाली होली से पहले लड्डू, फूल और लठ वाली होली मनाई जाती हैं। आइए जानते हैं कि मथुरा में आखिर कब और किस दिन होली मनाई जाएगी।
इस प्रकार होंगे होली के कार्यक्रम
11 मार्च- 11 मार्च को माह शिवरात्रि को होली की प्रथम चौपाई निकाली जाएगी
16 मार्च- 16 मार्च को रमण रेती की फूल होली
22 मार्च- 22 मार्च को सुबह होली का न्यौता बरसाना से नंदगांव जाएगा। तो वही शाम को 5 बजे लाड़लीजी मंदिर में लड्डू होली का आयोजन व शाम 7 बजकर 30 मिनट पर होली की द्वितीय चौपाई रंगीली गली तक निकाली जाएगी।
23 मार्च- 23 मार्च को बरसाना की प्रसिद्ध लठामार होली खेली जाएगी
24 मार्च- 24 मार्च को नन्दगांव की लठामार होली
25 मार्च- 25 मार्च को रंग भरनी एकादशी को वृन्दावन की लठामार होली व द्वारकाधीश मंदिर में होली
26 मार्च- 26 मार्च को गोकुल में छड़ीमार होली
28 मार्च- 28 मार्च को होलिका दहन व चतुर्वेदी समाज का डोला
29 मार्च- 29 मार्च को धूल होली
30 मार्च- 30 मार्च को बल्देव, जाव, नन्दगांव का हुरंगा व मुखराई का चरकुला नृत्य
31 मार्च- 31 मार्च को गिडोह व बठैन का हुरंगा।
आज निकाली गई शोभायात्रा
श्री धाम वृंदावन क्षेत्र में आयोजित कुंभ अपूर्व वैष्णव बैठक में अब धीरे-धीरे कर विभिन्न धार्मिक कार्य मित्रों को आयोजन शुरू हो गया है और चारों ओर भक्ति धारा का रसपान करने के लिए भक्तों का जन समूह भी उमड़ रहा है। वही मथुरा के चतुर्वेदी समाज के कुलगुरू गद्दी श्री गोपाल वैष्णव पीठ के बैनर तले कुंभ क्षेत्र में श्री 108 श्री रज्जुदेव जी महाराज की 160 वी पुण्यतिथि मनाई गई। यही नहीं इस अवसर पर कुंभ क्षेत्र के निकट स्थित श्री टटिया स्थान गौशाला से भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो कुंभ क्षेत्र में स्थित श्री गोपाल वैष्णव पीठ के कैंप तक पहुंची। इसके साथ ही बैंड की मधुर धार्मिक ध्वनि के मध्य आयोजित की गई शोभायात्रा में श्री गोपाल वैष्णव पीठ के वर्तमान पीठाधीश्वर श्री 108 श्री पुरुषोत्तम जी महाराज अपने भक्तों के साथ शामिल हुए।इसके बाद कुंभ क्षेत्र के मार्ग से भ्रमण करते हुए यह शोभायात्रा श्री गोपाल वैष्णव पीठ के कैंप पर पहुंचकर संपन्न हुई।