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एक अधिकारी ने समाचार एजेंसी पीटीआई को बताया कि ''मुंबई में बड़ी सभाओं को रोकने के लिए, पुलिस ने मुंबई आयुक्तालय की सीमा के भीतर दंड प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 144 लागू कर दी है, जिसमें लोगों और वाहनों की रैलियों और विरोध मार्च को अगले दो दिनों में प्रतिबंधित कर दिया गया है.'' उन्होंने कहा कि पुलिस उपायुक्त (संचालन) द्वारा जारी आदेश शनिवार और रविवार को 48 घंटे तक प्रभावी रहेगा.
उन्होंने ये भी कहा, "यह COVID-19 के नए ओमिक्रॉन संस्करण से मानव जीवन के लिए खतरे को रोकने के लिए जारी किया गया है और साथ ही अमरावती, मालेगांव और नांदेड़ में हुई हिंसा की पृष्ठभूमि के खिलाफ कानून और व्यवस्था की स्थिति के लिए खतरा है." आदेश में कहा गया है कि उल्लंघन करने वालों को भारतीय दंड संहिता की धारा 188 और अन्य कानूनी प्रावधानों के तहत दंडित किया जाएगा.
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इस बीच, महाराष्ट्र ने सीओवीआईडी -19 के ओमाइक्रोन संस्करण के सात नए मामले दर्ज किए, जिसमें डेढ़ साल का बच्चा शामिल है – तीन मुंबई से और चार पिंपरी चिंचवाड़ नगर निगम से – राज्य में टैली को 17 तक ले जाना. 48, 25 और 37 वर्ष की आयु के तीन पुरुष क्रमशः तंजानिया, यूके और दक्षिण अफ्रीका से लौटे हैं, जबकि चार मरीज नाइजीरियाई महिलाओं के संपर्क में हैं, जो 6 दिसंबर को नए संस्करण से संक्रमित हुए थे.
सात में से चार बिना लक्षण वाले हैं जबकि तीन में हल्के लक्षण हैं. इन नए मामलों में से, चार को पूरी तरह से टीका लगाया गया है, एक को COVID-19 के खिलाफ एकल खुराक दी गई है और एक का टीकाकरण नहीं हुआ है. बच्चा टीकाकरण के लिए पात्र नहीं है.
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