गुरुवार को दुशांबे में शंघाई सहयोग संगठन (SCO ) की बैठक हुई, जहां भारत के विदेश मंत्री (Foreign Minister) और चीनी विदेश मंत्री (Chinese Foreign Minister) की मुलाकात हुई हैं.
गुरुवार को दुशांबे में शंघाई सहयोग संगठन (SCO ) की बैठक हुई, जहां भारत के विदेश मंत्री (Foreign Minister) और चीनी विदेश मंत्री (Chinese Foreign Minister) की मुलाकात हुई हैं. दोनों के बीच लगभग एक घंटे तक बातचीत हुई हैं. इस बैठक में खास बात ये हुई, कि भारत के विदेश मंत्री ने शांति और सद्भाव बहाल करने के लिए पूर्वी लद्दाख में सेना को पीछे करने की प्रक्रिया में गतिविधियों को जरूरी बताया.
भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्वीट कर बताया कि हमने सीमावर्ती क्षेत्र से सेनाएं हटाने पर चर्चा की हैं. उन्होंने कहा कि शांति के लिए इस संबंध में प्रगति आवश्यक है. वहीं यह द्विपक्षीय संबंधों के विकास के लिए भी बहुत जरूरी है.
इस बैठक के बाद विदेश मंत्री ने बताया कि वैश्विक विकास पर भी विचार-विमर्श हुआ है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अफगानिस्तान में हो रहे घटनाक्रम पर भी बातचीत हुई. उन्होंने यह भी कहा कि जहां तक एशियाई एकजुटता का प्रश्न है, तो दोनों देशों को मिलकर एक उदाहरण स्थापित करना होगा.
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि जब दिल्ली में प्रेस वालों ने विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने चीन से लगती सीमा पर सवाल किये तो उन्होंने कहा कि हमारा रुख वही है कि बाकी बचे इलाकों में गतिरोध खत्म होने से दोनों पक्षों के लिए सेनाओं को पीछे हटाने पर विचार करने का मार्ग प्रशस्त हो सकता है, पूर्ण शांति एवं सद्भाव की बहाली सुनिश्चित हो सकती है और द्विपक्षीय रिश्तों में प्रगति संभव हो सकती है.