कानपुर जिले के सबसे बड़े हृदय रोग के अस्पताल कार्डियोलॉजी में प्रतिदिन हजारों की तादाद में लोग पहुंच रहे हैं. सरकारी आंकड़े के अनुसार पिछले 9 दिन में सिर्फ कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल में हार्ट अटैक से 131 लोगों की मौत हुई है. रोज 1000 से 1500 मरीज अस्पताल पहुं
उत्तर प्रदेश के कानपुर में अब तक कड़ाके की सर्दी के बीच 9 दिन में करीब 130 लोगों की मौत हो चुकी है. किसी एक इलाके में हार्ट अटैक से इतनी मौतों के ये आंकड़े चौंकाने वाले हैं. इस बीच ये सवाल भी उठता है कि अचानक से दिल की बीमारी से इतने लोगों की जान क्यों जा रही है और कैसे इससे बचाव किया जा सकता है? दिल के मरीजों के लिए सर्दी का मौसम बेहद खतरनाक बना हुआ है. एक्सपर्ट का कहना है कि भारी ठंड के बीच खून के थक्के जमने से ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ जाता है. इसी वजह से इस कड़ाके की ठंड के मौसम में हार्ट अटैक और ब्रेन स्ट्रोक के काफी मामले सामने आ रहे हैं.
सर्दियों में बढ़ रहे हैं हार्ट अटैक के खतरे
दिल्ली मैक्स हॉस्पिटल में कार्डियोलॉजी डिपार्टमेंट के डायरेक्टर डॉक्टर नवीन भामरी बताते हैं कि दुनिया भर के विभिन्न अध्ययनों ने साबित किया है कि सर्दियों के मौसम में हार्ट अटैक पड़ने का खतरा दोगुना से अधिक होता है. इस मौसम में हमारे दिल को ब्लड पंप करने के लिए दोगुनी मेहनत करनी पड़ती है. कम तापमान के कारण हार्ट की आर्टरीज अस्थायी रूप से सिकुड़ने लगती हैं. सिकुड़ रही नसों और आर्टरीज में ब्लड फ्लों के लिए अधिक प्रेशर की जरूरत होने लगती है, जिससे बीपी बढ़ जाता है और दिल का दौरा पड़ने की आशंका रहती है.
सर्दियों में हमारी खान-पान की आदतें भी बदल जाती हैं. इस दौरान लोग एक्सरसाइज भी कम करते हैं, जिससे वजन बढ़ने लगता है. खान पान की गलत आदतों से कोलेस्ट्रॉल भी बढ़ता है, जिससे हार्ट अटैक आने का खतरा रहता है. इन सब कारणों की वजह से हार्ट अटैक के मामले सर्दियों में बढ़ जाते हैं.
किशोरों को भी पड़ रहा दिल का दौरा
वहीं केजीएमयू के कार्डियोलॉजी के प्रोफेसर डॉ. अक्षय प्रधान का कहना है कि इस ठंड के मौसम में हार्ट अटैक सिर्फ बुजुर्गों तक ही सीमित नहीं रहा है. कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जिनमें किशोरों को भी दिल का दौरा पड़ा है. उन्होंने कहा कि हर किसी को, चाहे वह किसी भी उम्र का हो, उसे ठंड से बचने की जरूरत है. जहां तक संभव हो, घर के अंदर ही रहें. बाहर निकलने पर पूरी तरह से खुद को ढंक लें.
रोजाना 1000 से 1500 मरीज पहुंच रहे अस्पताल
कानपुर जिले के सबसे बड़े हृदय रोग के अस्पताल कार्डियोलॉजी में प्रतिदिन हजारों की तादाद में लोग पहुंच रहे हैं. सरकारी आंकड़े के अनुसार पिछले 9 दिन में सिर्फ कार्डियोलॉजी हॉस्पिटल में हार्ट अटैक से 131 लोगों की मौत हुई है. रोज 1000 से 1500 मरीज अस्पताल पहुंच रहे हैं. आलम यह है कि अस्पताल के अंदर बैठने तक की जगह नहीं है और लोग बाहर सड़क पर अपना बिस्तरडालकर समय बिताने पर मजबूर हैं. यहां बैठे लोगों ने बताया कि इनके परिवार के सदस्य को ठंड के चलते हार्ट अटैक आया, जिसके बाद कार्डियोलॉजी में उन्हें भर्ती कराया गया है.
बचाव के लिए क्या करें ?
डॉ. नवीन भामरी ने लोगों को इस मौसम में हार्ट डिजीज से बचाव के लिए ये सुझाव बताए हैं.
1. नियमित व्यायाम करें: हृदय रोग विशेषज्ञ प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट व्यायाम करने की सलाह देते हैं. ब्रिस्क वॉकिंग, एरोबिक्स, योग आपके दिल को स्वस्थ और फिट रखने के कुछ उपयोगी तरीके हैं.
2. डाइट का ध्यान रखें: दिल के स्वास्थ्य को अच्छा रखने के लिए डाइट में फल और सब्जियां, साबुत अनाज, कम वसा वाले डेयरी प्रोडक्ट्स का सेवन करें
3. स्ट्रेस न लें: सर्दियों का मौसम अक्सर तनाव और चिंता के स्तर को बढ़ा सकता है. जिससे हार्ट अटैक आने का खतरा भी होता है. इसलिए स्ट्रेस कम करें.
4. अपने विटल्स को जांच में रखें: अपने ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, विटामिन डी, ब्लड शुगर की जांच के लिए एक टेस्ट कराएं, जांचें कि क्या सब ठीक है, यदि नहीं, तो डॉक्टर से संपर्क करें.
5. लक्षणों पर ध्यान दें: सीने के बीच में या बाईं ओर दर्द, सांस फूलने और सिर हल्का महसूस होने, कुछ दिनों से थकान महसूस होने जैसे किसी भी लक्षण के मामले में, तुरंत हृदय रोग विशेषज्ञ से बात करें.