उन्होंने विस्तार से बताया कि इस तरह की परियोजनाएं यात्रियों और पर्यटकों के लिए प्रदूषण मुक्त परिवहन के एक प्रमुख साधन के रूप में काम करती हैं.
उत्तराखंड को अभी एक नया रोपवे मिला है, जिसका उद्देश्य प्रसिद्ध सुरकंडा देवी मंदिर में दर्शन के लिए आने वाले पर्यटकों और भक्तों को राहत देना है. उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कद्दुखल-सिद्धपीठ देवी रोपवे सेवा का उद्घाटन किया और मां सुरकंडा देवी मंदिर में पूजा-अर्चना की. धामी ने कहा कि यह रोपवे मां सुरकंडा देवी के दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं और पर्यटकों के लिए राहत की बात होगी. पहले उन्हें यहां से करीब 2 घंटे पैदल ही चलना पड़ता था, जबकि वे आसानी से उस जगह तक पहुंच सकेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि यह सेवा साहसिक और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के साथ-साथ स्थानीय लोगों की आजीविका बढ़ाने में भी मदद करेगी.
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उन्होंने विस्तार से बताया कि इस तरह की परियोजनाएं यात्रियों और पर्यटकों के लिए प्रदूषण मुक्त परिवहन के एक प्रमुख साधन के रूप में काम करती हैं. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार केंद्र की पर्वतमाला योजना के तहत जिलों में विभिन्न रोपवे परियोजनाओं के निर्माण के लिए प्रयास कर रही है. मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि टिहरी जिले में 42 वर्ग किलोमीटर में फैली विशाल झील में साहसिक जल क्रीड़ाओं का आयोजन किया जा रहा है, जबकि पर्यटन से जुड़ी अन्य गतिविधियां भी अधर में हैं.
बताया जा रहा है कि मुख्यमंत्री ने टिहरी के जिलाधिकारी को इस क्षेत्र में स्थायी हेलीपैड बनाने के लिए जमीन की पहचान करने का भी निर्देश दिया. इस बीच पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि मां सुरकंडा के लिए रोपवे सेवा से श्रद्धालुओं की संख्या में तेजी से इजाफा होगा. उन्होंने कहा कि चारधाम यात्रा के मद्देनजर श्रद्धालुओं को हर संभव सुविधा मुहैया कराने का भी प्रयास किया जा रहा है. कथित तौर पर, रोपवे को लगभग 5 करोड़ रुपये की लागत से बनाया गया है, और इसकी लंबाई लगभग 502 मीटर है. इसकी क्षमता प्रति घंटे 500 लोगों के आवागमन की है.