हरदा की कराते गर्ल लड़कियों के लिए बनी प्रेरणा, कई ऑवर्डस से किया जा चुका है सम्मानित

मध्य प्रदेश के हरदा जिले में ग्राम आलमपुर की रहने वाली मना मंडेलकर ने. मना मंडेलकर आज तमाम लड़कियों के लिए प्रेरणा बन गई हैं. आज बदलते समय और परिस्तिथियों में हर लड़कियों को आत्मनिर्भरता के लिए आत्मरक्षा जरूरी है. इसके लिए लड़कियों को आगे आना चाहिए.

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मन में अगर कुछ करने कि चाह हो तो कोई भी मंजिल दूर नहीं हैं. यह कर दिखाया है मध्य प्रदेश के हरदा जिले में ग्राम आलमपुर की रहने वाली मना मंडेलकर ने. मना मंडेलकर आज तमाम लड़कियों के लिए प्रेरणा बन गई हैं. आपको बता दे कि खेतों में काम करने वाले मजदूर परिवार की बेटी मना को आज सभी जिलेवासी कराते गर्ल  के नाम से जानते हैं. कई राष्ट्रीय और इंटरनेशनल कराते प्रतियोगिताओं में पदक जीत चुकी मना लड़कियों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए गांवों में फ्री कराते क्लास चलाती हैं. मना मंडेलकर अब तक 30 हजार से ज्यादा लड़कियों और युवतियों को अपनी आत्मरक्षा  करने के लिए कराते सीखा चुकी हैं. मना मंडेलकर आज के समय में जिले के अंदर 40 स्थानों पर ट्रेनिंग सेंटर चला रही हैं.

मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने की थी तारीफ़

हरदा जिले के ग्राम आलमपुर में रहने वाली कराते खिलाड़ी मना मंडेलकर ने नवंबर 2018 में आयोजित एशियन गेम्स प्रतियोगिता में कराते में कांस्य पदक जीता था. वहीं उससे पहले मई 2018 में आयोजित कराते की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल भी जीत चुकी हैं. इसके अलावा फरवरी 2018 में भोपाल में आयोजित महिला सशक्तिकरण के लिए मध्य प्रदेश शासन की और से मना मंडेलकर  को सम्मानित भी किया जा चुका है. मना मडलेकर का चयन यूनिसेफ ने बालिका सशक्तिकरण के लिए किया था, जिसमे पूरे देश से सिर्फ 5 युवतियों का चयन किया गया था. कार्यक्रम में बतौर अतिथि मौजूद मास्टर ब्लास्टर सचिन तेंदुलकर ने भी मना मंडेलकर  की कहानी सुन उसकी तारीफ करते हुए अपनी 10 नंबर लिखी टी-शर्ट उपहार में दी थी. मना मंडलेकर कराते में फर्स्ट ब्लैक बेल्ट भी हैं.

कम उम्र में ही पिता ने कर दी थी सगाई

सात भाई-बहनों के परिवार में रहने वाली मना मंडेलकर के परिवार की आर्थिक स्थिति अच्छी नहीं थी. आगे पढ़ने के लिए जब दूसरे गांव में जाने की बात आई, तो मना के पिता ने इंकार कर दिया. वही स्कूल जाते समय लड़के मना को परेशान करते थे बस इसी बात ने मना को अंदर से ताकत दी और उसने कराते सीखकर उन्हें सड़क पर सबक सिखाया. मना मंडेलकर ने   बातचीत के दौरान बताया कि उसके पिता ने उसकी कम उम्र में सगाई कर दी थी जिसका उसने विरोध भी किया था और कॉलेज तक पढ़ाई पूरी की. कराते गर्ल मना का कहना है कि आज बदलते समय और परिस्तिथियों में हर लड़कियों को आत्मनिर्भरता के लिए आत्मरक्षा जरूरी है. इसके लिए लड़कियों को आगे आना चाहिए. मना मंडेलकर ने कहा कि वे सभी माता-पिता से कहना चाहती हैं कि बेटियों को आगे बढ़ाए उन्हें सपोर्ट करें ताकि उनमें आत्मविश्वास पैदा हो और वह हालातों से डरने के  बजाय उनका  सामना करना सीखें.

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