भारतीय वायुसेना अब और भी ज्यादा मजबूत हो गई है. हैमर मिसाइल के जुड़ने के बाद अब एलसीए तेजस फाइटर और भी ज्यादा पावरफुल हो गया है.
भारतीय वायुसेना अब और भी ज्यादा मजबूत हो गई है. एलसीए तेजस फाइटर में हैमर मिसाइल के जुड़ जाने के बाद हमारा ये लड़ाकू विमाग दुश्मनों के बंकर 70 किलोमीटर दूर से ही नष्ट करने में सफल होगा. इसके जरिए बालाकोट एयरस्ट्राइक जैसे मिशन को पूरा करने में काफी सहायता प्राप्त होगी. ऐसा इसीलिए क्योंकि कम दूरी से मारी गई मिसाइल का निशाना बिल्कुल ठीक लगने के चांज बढ़ जाते हैं.
इन मिसाइलों के जरिए तेजस फाइटर जेट को हाई एल्टीट्यूड वाले इलाके में छिपे चीनी दुश्मनों को मार गिराने में मदद होगी. इतना ही नहीं ये पूर्वी लद्दाख के इलाके में चीन की सेना के बंकरों और पोस्ट को तबाह करने में सफल होगी. वहीं, भारतीय सरकार की तरफ से एलसीए तेजस फाइर के दो स्क्वाड्रन को एक्टिव कर दिया गया है. वहीं, इसके अलावा चार और स्क्वाड्रन को एक्टिव करने की तैयारी इस वक्त चल रही है.
तेजस फाइटर चीन के स्वदेशी फाइटर जेट जेएफ -17 को टक्कर देने में सक्षम हैं. हैमर मिसाइल के लगते ही तेजस लड़ाकू विमान और घातक हो जाएगा. इससे इसकी मारक क्षमता और ज्यादा हो जाएगी. सबसे खास बात हैमर मिसाइल की ये है कि वो हवा से जमीन पर मार करने वाली तेज स्पीड से उड़ने वाली मिसाइल है. इसका वजन 340 किलोग्राम है. यह 10.2 फीट लंबी मिसाइल होती है. इसके अगले पार्ट में नेविगेशन और गाइडेंस सिस्टम तक लगा होता है. वही, पिछले पार्ट में हथियार को लगाया जाता है. जोकि 250 किलोग्राम वजन का एक बम है. वैसे भारत को ऐसी मिसाइल मिलना काफी फायदा पहुंचने वाला सौदा साबित हो सकता है.