केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने दिसंबर 2020 में नियमित निपटान के बाद अर्जित कुल राजस्व, CGST के लिए 44,641 करोड़ और SGST के लिए 45,485 करोड़ रुपये है।
वित्त मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि अर्थव्यवस्था के लिए एनडीए सरकार के बूस्टर शॉट्स ने दिसंबर के महीने में गुड्स एंड सर्विसेज टैक्स संग्रह में एक कदम बढ़ा दिया है। ।
दिसंबर 2020 में जीएसटी संग्रह राजस्व में 1.15 लाख करोड़ से अधिक की रिकॉर्ड ऊंचाई देखी गई। वास्तव में, दिसंबर 2020 के महीने में राजस्व 2019 में इसी महीने में जीएसटी राजस्व से 12 प्रतिशत ज्यादा है। नवंबर 2020 में, जीएसटी संग्रह ने पहली बार 1 लाख करोड़ रुपये का आंकड़ा पार किया था।
जीएसटी संग्रह में सबसे अधिक उछाल दादरा और नगर हवेली में देखा गया, जहां साल दर साल 68 प्रतिशत की वृद्धि हुई, दिसंबर 2019 के महीने के दौरान संग्रह 154 करोड़ रुपये था और 2020 में यह 259 करोड़ रुपये रहा।
त्रिपुरा में साल के आधार पर 25 फीसदी की दर से दूसरी सबसे ऊंची छलांग देखी गई। केंद्रीय जीएसटी 21,365 करोड़ रुपये और राज्य जीएसटी 27,804 करोड़ है। दिसंबर महीने के लिए, एकीकृत जीएसटी 57,426 करोड़ रुपये और 8,579 करोड़ रुपये सहित उपकर था। नवंबर के लिए 31 दिसंबर, 2020 तक दाखिल हुए जीएसटीआर -3 बी रिटर्न की कुल संख्या 87 लाख हो गई है।
सरकार ने 23,276 करोड़ SGST को और 17,681 करोड़ रुपये SGST को आईजीएसटी से नियमित निपटान के रूप में दिए हैं। केंद्र सरकार और राज्य सरकारों ने दिसंबर 2020 में नियमित निपटान के बाद अर्जित कुल राजस्व, CGST के लिए 44,641 करोड़ और SGST के लिए 45,485 करोड़ रुपये है।
अप्रैल में GST संग्रह सिर्फ 32,172 करोड़ किया गया था। मई में GST संग्रह 62,151 करोड़, इसी के साथ जून में 90,917 करोड़, जुलाई में 87,422 करोड़, अगस्त में 86,449 करोड़, सितंबर में 95,480 करोड़ रुपये और अक्टूबर में 1,05,155 करोड़ रुपये रहा था।
मंत्रालय से मिले आंकड़ों के मुताबिक केंद्र शासित प्रदेशों और ज्यादातर राज्यों ने जीएसटी संग्रह में काफी वृद्धि देखी गई है, इसके अलावा लगभग 15 राज्य में GST संग्रह में गिरावट देखी गई हैं।