सरकार किसानों की फसलों के देख-रेख के लिए एक योजना चला रही है जिससे फसलों पर निगरानी रखी जाएगी. सरकार इस योजना क तहत ड्रोन के द्वारा फसलों पर कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करेगी.
आजकल खेती करना बहुत महंगा होता जा रहा है. एक तरफ जहाँ किसानों की फसलों को कभी-कभी समय पर खाद, दवाईयां और पानी नहीं मिल पता तो दूसरी ओर जंगली जानवर फसलों को खा जाते है. अब सरकार किसानों की फसलों के देख-रेख के लिए एक योजना चला रही है जिससे फसलों पर निगरानी रखी जाएगी. सरकार इस योजना क तहत ड्रोन के द्वारा फसलों पर कीटनाशक दवाइयों का छिड़काव करेगी. अब किसानों की फसल स्वस्थ और हरी भरी रहेगी. सरकार किसानों की फसलों पर नजर रखने के लिए इस योजना को शुरू कर रही है. किसान पूरे देश में खाने-पीने की चीजों को पहुंचाते है ऐसे में सरकार किसानों की फसल को देखरेख करेगी. जिससे फसल बर्बाद होने से बच जाएगी और किसानों की आमदनी भी बढ़ जाएगी.
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ड्रोन का उपयोग
सरकार की इस योजना का उद्देश्य फसलों को रोगमुक्त और हरी भरी बनाये रखना है. खेती में अब ड्रोन का उपयोग एक आधुनिक तकनीक है जिसका उपयोग किसान आसानी से कर सकते है. आपको बता दें ,अब उत्तर प्रदेश के किसान भी जल्दी ही अपनी खेतीबाड़ी में इस ड्रोन का उपयोग कर सकेंगे. इस ड्रोन का उपयोग उन किसानों के लिए होगा जो बड़े पैमाने पर खेती करते है. जिनके पास खेती की जमीन ज्यादा है ,वहीं लोग इस ड्रोन का उपयोग कर सकते है. किसान अपने एक एकड़ खेत में कीटनाशकों, वाटर सॉल्युबल उर्वरकों एवं पोषक तत्वों का छिड़काव इस ड्रोन के द्वारा केवल सात मिनट में कर सकते हैं. इस ड्रोन के द्वारा समय के साथ संसाधन तो बचेंगे ही वहीं , जो लोग फसलों पर दवाइयों का मैनुअल छिड़काव करते है उन्हें भी जहरीले केमिकल का खतरा नहीं रहेगा.
ड्रोन से छिड़काव
विशेषज्ञों के अनुसार, ड्रोन से छिड़काव करने का सबसे बड़ा लाभ यह है कि जो केमिकल पानी में घोलकर छिड़के जाते है उनका ड्रोन के द्वारा आसानी से छिड़काव हो जाता है और उसमे मैन्युअल लागत भी कम लगती है. इसके साथ ही ड्रोन का एक फायदा और भी है इससे दवाई एक समान रूप से पूरे खेत में पहुंच जाती है. इस ड्रोन के द्वारा अब किसी भी प्रकार के पानी में घुलने वाले खाद एवं पोषक तत्वों को अलग अनुपात में मिलकर छिड़काव कर सकते है. अब बाजार में आपको हर प्रकार के खाद और पोषक तत्वों के केमिकल एक-एक किलो के पैकेट में आसानी से मिल सकते है. इसके अलावा बाजार में नैनो यूरिया भी मिल जाता है. एक ओर जहाँ किसान परम्परागत तरीके से खाद का खेतों में छिड़काव करता है उसका फसल को केवल 15 से 40 प्रतिशत ही मिलता है. अब सरकार की ड्रोन योजना के तहत खाद को पानी में मिलाकर छिड़कने से किसानों की फसलों को 90 प्रतिशत लाभ होगा जिससे फसल बेहतर और ज्यादा होगी और किसानों को भी ज्यादा लाभ होगा. इसके साथ ही किसानों की आय भी बढ़ जाएगी.