अपनी पार्टी का नाम 'डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी' रखा है. आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद उन्होंने कहा था की जल्द ही वह अपनी नई पार्टी बनाएंगे. उन्होंने यह भी कहा था कि उनकी पार्टी की विचारधारा आजाद होगी.
गुलाम नबी आजाद ने आज अपनी नई पार्टी के नाम की घोषणा कर दी है. उन्होंने अपनी पार्टी का नाम 'डेमोक्रेटिक आजाद पार्टी' रखा है. आजाद ने 26 अगस्त को कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद उन्होंने कहा था कि, जल्द ही वह अपनी नई पार्टी बनाएंगे. उन्होंने यह भी कहा था कि, उनकी पार्टी की विचारधारा आजाद होगी. बता दें कि रविवार को ही गुलाम नबी आजाद श्रीनगर पहुंचे हैं. 27 सितंबर तक वह यहां रहेंगे. इसके बाद दिल्ली जाने वाले हैं. श्रीनगर दौरे के समय भी उन्होंने समर्थकों के साथ पार्टी के नाम को लेकर मंथन किया और इसके बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस करके नई पार्टी की घोषणा कर दी. गुलाम नबी ने कहा था कि उनकी पार्टी में धर्म निरपेक्ष लोग ही शामिल हो सकते हैं. उन्होंने जनता से पार्टी के नाम को लेकर सुझाव भी मांगे थे.
पार्टी के नाम के साथ-साथ गुलाम नबी ने अपनी नई पार्टी के झंडे का भी अनावरण किया. झंडे में तीन रंगों का मिश्रण है, नीला, सफेद और पीला. झंडे को लॉन्च करते हुए गुलाम ने कहा, ‘पीला रंग रचनात्मकता और विविधता में एकता को दर्शाता है. जबकि सफेद शांति को इंगित करता है. वहीं, नीला रंग समुद्र की गहराई से आकाश की ऊंचाइयों तक स्वतंत्रता, खुला स्थान, कल्पना और सीमाओं की ओर इशारा करता है. उन्होंने यह भी कहा कि हमारी पार्टी का यह प्रयास रहेगा कि महिलाओं और युवाओं को दल में 50 फीसदी भागीदारी मिले.
नाराजगी के बाद छोड़ा था पार्टी
कांग्रेस के वरिष्ठ रहे नेता गुलाम नबी आजाद ने करीब पांच दशकों के बाद 26 अगस्त को पार्टी को अलविदा कह दिया था और दावा किया था कि देश का सबसे पुराना दल अब ‘समग्र रूप से नष्ट हो चुका है’ तथा इसका नेतृत्व आंतरिक चुनाव के नाम पर धोखा दे रहा है. आजाद ने पार्टी छोड़ने से पहले कई बार कांग्रेस के लिए अपनी नाराजगी जाहिर की थी और कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे. वह काफी लंबे समय से कांग्रेस पार्टी से खफा चल रहे थे, लिहाजा उनकी सारी नाराजगी ‘इस्तीफे’ पर आकर खत्म हुई.