करक्यूमिन एक प्राकृतिक रासायनिक यौगिक है जो हल्दी में पाया जाता है। यानि हम इसे इस तरह भी कह सकते हैं कि हल्दी करक्यूमिन का प्रमुख स्रोत है।
हल्दी हमारे लिए कई तरह से फायदेमंद होती है। हल्दी रसोई का एक ऐसा मसाला है जिसके अनगिनत फायदे हैं। हल्दी के बारे में ये कहना भी बिल्कुल गलत नहीं होगा कि हल्दी मल्टीटास्कर होती है। इसके अंदर इतने गुण होते हैं जो आपके शरीर का अंदर-बाहर हर तरह से ख्याल रखते हैं। हल्दी की सबसे अहम खासियत है कि ये दो प्रमुख बीमारियों में भी बहुत ज्यादा फायदेमंद हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं कोरोना और कैंसर जैसी बड़ी बीमारियों की। अब चाहें शरीर में दर्द हो या चेहरे को ख़ूबसूरत बनाना हो हल्दी हर जगह काम आती है। साथ ही हल्दी घर के धार्मिक कामों में भी इस्तेमाल की जाती है। अब आप सोच रहे होंगे कि आखिर हल्दी में इतने सारे गुण कैसे पाए जाते हैं?
तो आपको बता दें कि हल्दी के इतने सरे चमत्कारी गुणों का राज़ है करक्यूमिन। करक्यूमिन एक प्राकृतिक रासायनिक यौगिक है जो हल्दी में पाया जाता है। यानि हम इसे इस तरह भी कह सकते हैं कि हल्दी करक्यूमिन का प्रमुख स्रोत है।
हल्दी व्यक्ति के पाचन में मदद करता है, सूजन को कम करता है और साथ ही हमारी प्रतिरक्षा को बढ़ाता है जिससे आपके शरीर को कोरोना से लड़ने के लिए ताकत मिलती है और कैंसर को रोकने और इलाज करने में भी सहायक होती है। गठिया के दर्द से राहत देता है, जलन का इलाज करता है। हमने ये तो जान लिया कि हल्दी में बहुत से गुण हैं साथ ही ये भी जान लिया कि ये सब गुण क्यों पाए जाते हैं। अब ये जानना भी जरुरी हो गया है कि आखिर इस चमत्कारी गुणों वाली हल्दी का प्रयोग या सेवन किस तरह से करना चाहिए? तो चलिए हम आपको बताते हैं।
सेवन के लिए हल्दी के साथ काली मिर्च मिलाएं
हमारे शरीर में उपस्थित लिवर कुछ पदार्थों को पानी जैसा तरल बना देता है जिससे वो हमारे शरीर में हर जगह आसानी से पहुंच जाएं। लेकिन जब हम अपने खाने या पीने की किसी भी चीज़ में काली मिर्च भी मिलाते हैं तो करक्यूमिन बहुत धीमी गति से अब्सॉर्व होता है। इसलिए जब भी इन दोनों को एक साथ खाया जाता है तो करक्यूमिन बहुत 1000 गुना ज्यादा अच्छे से अब्सॉर्ब हो जाता है। इसलिए आप अपने खाने या पीने की चीज़ जैसे हल्दी का दूध, काढ़ा, हल्दी की चाय आदि में एक चुटकी काली मिर्च मिला लें।
हल्दी को अच्छे फैट वाले खाने में खाएं
हल्दी वसा यानि की फैट में घुल जाती है। अगर आप ऐसा नहीं करते हैं तो हल्दी आपके शरीर में प्रीमेच्योर तरीके से अब्सॉर्ब होगी और आपके खून के प्रवाह के साथ छोटी आंतों में पहुंच जाती है। इसलिए अगर आप हल्दी को अच्छे वसा के साथ खाएंगे तो हल्दी आपके खून में अच्छे से अब्सॉर्व हो जाएगी।
इन्हीं कारणों से लोगों द्वारा गोल्डन लट्टे पसंद किये जाते हैं। क्योंकि इसमें नारियल के दूध के साथ हल्दी का पेस्ट मिला होता है और आमतौर पर काली मिर्च भी डली होती है। जब भी हल्दी का इस्तेमाल करें तो हमेशा अच्छी क्वालिटी की हल्दी ही खरीदें। ध्यान दें कि करक्यूमिन का होना अच्छे स्वास्थ्य के लिए बहुत ही सहायक है।