आज के हिंदू पंचांग का फाल्गुन मास शुरु हो रहा है। इस महीने को नई ऊर्जा और यौवन का महीना कहा जाता है। वही यह 28 फरवरी यानि आज से शुरु होकर 18 मार्च तक चलेगा।
आज के हिंदू पंचांग का फाल्गुन मास शुरु हो रहा है। इस महीने को नई ऊर्जा और यौवन का महीना कहा जाता है। वही यह 28 फरवरी यानि आज से शुरु होकर 18 मार्च तक चलेगा। इसे वंसत ऋतु का महीना भी कहा जाता है। इस दौरान न तो ज्यादा गर्मी होती है और न ही ज्यादा सर्दी। यही नहीं वसंत के प्रभाव के कारण, इस महीने मेंप्यार और रिश्तों में सुधार होता है। इसके साथ ही, इस महीने से भोजन और जीवनशैली में आवश्यक बदलाव किए जाने चाहिए।
फाल्गुन माह में व्रत-त्योहार
फाल्गुन शुक्ल अष्टमी पर माता लक्ष्मी और माता सीता की पूजा की जाती है। वही फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी को भी शिवरात्रि के रूप में मनाया जाता है जो भगवान शिव की पूजा का महान महीना है। चंद्रमा का जन्म भी फाल्गुन में हुआ था। प्रेम और अध्यात्म के त्योहार फाल्गुन में भी होली मनाई जाती है। इस महीने में, दक्षिण भारत में उत्तिर नामक मंदिरोत्सव भी मनाया जाता हैं।
जानिए इस महीने में किस देवता की उपासना करनी चाहिए
फाल्गुन माह में श्री कृष्ण की पूजा करना विशेष फलदायी होता है। इस महीने में बाल कृष्ण, युवा कृष्ण और गुरु कृष्ण तीनों रूपों में पूजे जा सकते हैं। यही नहीं संतान प्राप्ति के लिए बाल कृष्ण की पूजा करें। प्रेम और आनंद के लिए युवा कृष्ण की पूजा करें। ज्ञान और अरुचि के लिए गुरु कृष्ण की पूजा करें।
फाल्गुन माह में इन बातों का रखें ख्याल
-इस माह में शातल या सामान्य जल से ही स्नान करना चाहिए।
- हो सके तो इस महीने फल का सेवन ज्यादा से ज्यादा किया जाना चाहिए।
- इस माह में श्रीकृष्ण की पूजा नियमित रुप से की जानी चाहिए। इससे श्रीकृष्ण बेहद प्रसन्न हो जाते हैं।
-पूजा करते समय फूलों का जितना हो सके उतना इस्तेमाल करना चाहिए।
-फाल्गुन मास पवित्र माह कहा जाता है ऐसे में नशीली चीजों और मांस-मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए।