भी हम रेगिस्तान का जिक्र करते है तो हम सबका का ध्यान सबसे पहले राजस्थान की ओर जाता हैं लेकिन क्या आपको मालूम है कि रेगिस्तान सिर्फ राजस्थान में ही नहीं बल्कि गुजरात के कच्छ में भी हैं।
वैसे तो भारत में टूरिस्ट प्लेसों की कोई कमी नहीं हैं। वही भारत में हर कदम पर टूरिस्टों के लिए कुछ न कुछ खास ज़रूर रहता है। यही नहीं जिस तरफ भी रुख करो आपको भारत के खूबसूरत नज़ारे किसी गुलदस्ते में सजे हुए नज़र आते हैं। ऐसे में जब भी हम रेगिस्तान का जिक्र करते है तो हम सबका का ध्यान सबसे पहले राजस्थान की ओर जाता हैं लेकिन क्या आपको मालूम है कि रेगिस्तान सिर्फ राजस्थान में ही नहीं बल्कि गुजरात के कच्छ में भी हैं। चालिए आपको बताते है कि अखिर कच्छ है क्या?
आपको बता दें कि कच्छ सफेद चादर से ढका रेगिस्तान रेत का ही नहीं बल्कि यह नमक का है। दरअसल कच्छ एक द्वीप है जो भारत की मुख्य भूमि से अलग है। जिसमें कच्छ और मुख्य जमीन के बीच समुद्र का एक छोटा सा हिस्सा आता है जोकि हमेशा ही बारिश के मौसम के बाद पूरी तरह से सूख जाता है और फिर चारों तरफ दिखाई देती है सफेद जमीन जो कि नमक से भरी होती है। इसको ही कच्छ का रण कहा जाता है।
ऐसे में आप जब भी गुजरात जाते है तो वहां जाने के बाद आप द ग्रेट रण ऑफ कच्छ में जरुर जाएं जोकि पूरी दुनिया में मशहूर है। वही हर साल यहां पर नंवबर से फरवरी के बीच रण महोत्सव को मनाया जाता है। यह उत्सव का आयोजन धोरडो गांव में किया जाता हैं। इसके साथ ही रण उत्सव में आपको कला, संस्कृति, संगीत, वेशभूषा का अनोखा संगम दिखने को मिलेगा। यही नहीं इस उत्सव में देश से ही नही बल्कि विदेशों के लोग भी इसमें हिस्सा लेने आते हैं। वही आप नमक के रेगिस्तान में ऊट की सवारी का लुफ्त उठा सकते हैं। इसके साथ ही आप गुजरात के इन फेमस जगहों पर भी घूम सकते है।
गिर वन नेशनल पार्क
अगर आपको वन्य जीव जन्तुओं से प्यार है तो आप अपने बच्चों को साथ लाकर इस जगह का भरपूर मजा उठा सकते है क्योंकि गिर वन नेशनल पार्क टाइगर प्रोटेक्टेड एरिया है जो एशियाई बब्बर शेर के लिए प्रसिद्ध है। इसे साथ ही यहां पर आप कई तरह के वन्य जीव देख सकते है। इसके साथ-साथ यहां पर जानवरों के अलावा कई तरह के फूल, पक्षी आदि भी देखे जा सकते है।
द्वारका
द्वारका गुजरात के प्रसिद्ध तीर्थ स्थलों में से एक है। गुजरात के द्वारकापुरी तीर्थ को मोक्ष प्राप्त करने के लिए जाना जाता है। इसके साथ यह कहा जाता है कि विश्वकर्मा ने श्री कृष्ण के कहने पर इस स्थान का निर्माण किया था।
सोमनाथ
गुजरात में एक से बढ़कर एक सुंदर मंदिर बने हुए हैं। वही कच्छ का सोमनाथ मंदिर अपनी आर्टिस्ट स्टाइल और कारीगरी के लिए काफी प्रसिद्ध है। यही नहीं इस भव्य मंदिर को भगवान शिव का बारहवाँ ज्योतिर्लिंग माना जाता है। यह मंदिर वास्तुकला का एक अनोखा नमूना है।
भुज
यदि आप हैंडीक्राफ्ट के शौकीन हैं तो एक बार भुज जरूर जाएं। यहां आपको चांदी के सामानों के अलावा कढ़ाई वाले कपड़ों के साथ कच्छी हैंडीक्राफ्ट भी दिखाई देगें। कलाकारों से रुबरु होने के साथ-साथ आपको एक हैंडीक्राफ्ट प्रदर्शनी भी देखने का मौका मिलेगा।