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Teachers day: सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी ने ही बताया था शिक्षकों का महत्व

डॉक्टर सर्वपल्ली राधा कृष्णन जी ने शिक्षा क्षेत्र में अपना बहुत योगदान दिया है इसीलिए उनको याद करने के लिए उनके जन्मदिन पर टीचर्स डे को सेलिब्रेट करते हैं,

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By Jyoti | लाइफ स्टाइल - 04 September 2021

शिक्षक दिवस उस अनूठी भूमिका का जश्न मनाता है जो वयस्क युवा दिमाग के जीवन में निभाते हैं और देश के भविष्य को आकार देने में मदद करते हैं. भारत में, देश के पूर्व राष्ट्रपति, विद्वान, दार्शनिक और भारत रत्न से सम्मानित डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन को चिह्नित करने के लिए प्रतिवर्ष 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है, जिनका जन्म 1888 में इसी दिन हुआ था.

इस दिन का महत्व निरंतर विकसित हो रहा है, जिसमें जीवन से सबक लेना और अपने अनुभवों को ऐसे शिक्षक बनाना शामिल है जो आपको अपने आप को आकार देने के लिए आवश्यक हैं। स्कूली छात्रों के लिए, इस दिन का अर्थ गुलाब, चॉकलेट, हाथ से बने कार्ड सहित उपहार अपने पसंदीदा शिक्षकों के प्रति अपने स्नेह का इजहार करने के लिए भी है. वरिष्ठ छात्रों के लिए, शिक्षक दिवस भूमिका उलट और उत्सव में से एक है.

महान अलेक्जेंडर

अलेक्जेंडर ने कहां था की मैं जीने के लिए अपने पिता का ऋणी हूं पर अच्छे से जीने के लिए अपने गुरु का, 

डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन कौन थे?

विश्व शिक्षक दिवस 5 अक्टूबर को मनाया जाता है, लेकिन हर देश इस दिन को अलग-अलग तारीखों में मनाता है। भारत में, 5 सितंबर को शिक्षक दिवस के रूप में चिह्नित किया जाता है क्योंकि यह एक उच्च सम्मानित शिक्षक, दार्शनिक और विपुल राजनेता, डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिन है। डॉ राधाकृष्णन ने कहा कि "शिक्षकों को देश में सबसे अच्छा दिमाग होना चाहिए.  डॉक्टर सर्वपल्ली राधा कृष्णन जी ने शिक्षा क्षेत्र में अपना बहुत योगदान दिया है इसीलिए उनको याद करने के लिए उनके जन्मदिन पर टीचर्स डे को सेलिब्रेट करते हैं, उनका मानना था कि अगर शिक्षा को सही तरीके से सामने वाले तक पहुंचाया जाए तो समाज की आधी से ज्यादा बुराइयां यूं ही खत्म हो जाएंगी. यह तो थी महान लोगों की बातें, अब आपको बता दूं कि 1952 से 1962 तक सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी जोकी तमिल के रहने वाले थे उन्हें भारत ने दूसरे उपराष्ट्रपति के रूप में चुना गया था जी हां, वो हमारे देश के दूसरे राष्ट्रपति रहे है ये तो हुई महान लोगो की महान बाते. 

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