दिशा रवि की गिरफ्तारी इस वक्त काफी ज्यादा बवाल मचाती हुई नजर आ रही है। यहां जानिए इस पर कैसे राजनीति में भूचाल देखने को मिल रहा है।
21 साल की एक्टिविस्ट दिशा रवि की गिरफ्तारी का मामला इस वक्त राजनीतिक तूल पकड़ता हुआ नजर आ रहा है। इस मामले को लेकर सोमवार के दिन कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा तक ने ट्वीट किया और सरकार को घेरती हुई नजर आई। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने सोशल मीडिया पर ट्वीट करते हुए लिखा कि डरते हैं बंदूकों वाले एक निहत्थी लड़की से, फैले हैं हिम्मत के उजाले एक निहत्थी लड़की से।
इतना ही नहीं इस मामले को लेकर शविसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी भी ट्वीट करती दिखाई दी हैं। उन्होंने लिखा कि हमारे युवा आज के मुद्दें पर जानकारी के साथ अपनी राय रखते हैं। ऐसे में सोशल मीडिया उन्हें अपनी राय रखने का मौका देता है, लेकिन भारत सरकार इसे गुनाह मानने पर तुली है। हमारे युवा हमारा भविष्य है ना की कमजोरी।
वहीं, आपको ये जानकार हैरानी होगी कि अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी कहे जाने वाली मीना हैरिस ने भी अपने ट्वीट के जरिए प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपनी बात में लिखा कि भारत के प्रशासन ने 21 साल की युवा एक्टिविस्ट को गिरफ्तार कर लिया है। नौदीप कौर के बाद ये दूसरी गिरफ्तारी हुई है, जोकि कृषि कानून से संबंधित है और हाल ही में हुई है। आपको हम इस बात की जानकारी दे देते हैं कि इन सबसे पहले पूर्व केंद्रीय मंत्री पी, चिदंबरम, जयराम रमेश समेत कई लोगों ने दिशा रवि की गिरफ्तार की कड़ी निंदा की थी।
जानिए क्यों दिशा रवि को किया गया गिरफ्तार?
किसान आंदोलन को लेकर जो अफवाहे चल रही थी उसको लेकर दिशा रवि को गिरफ्तार किया गया है। दरअसल बीते कुछ दिनों पहले क्लाइमेट चेंज एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने जो टूलकिट जारी की थी। उसी सिलसिले में दिल्ली पुलिस ने मामला दर्ज किया था। ऐसा आरोप लगाया जा रहा है कि दिश रवि ने उसे एडिट किया और उसमें फिर कुछ इनपुट जोड़े। दिशा रवि को अब पांच दिन की हिरासत के लिए फिलहाल भेज दिया गया है।
जानिए कौन है दिशा रवि?
दिशा रवि ने बेंगलुरु के एक प्राइवेट कॉलेस से बीबीए की डिग्री हासिल की है। वह 2019 से फ्राइडेज फॉर फ्यूचर इंडिया नाम के क्लाइमेट ऐक्टिविस्ट ग्रुप की फाउंडर मेंबर भी हैं। ये एक ग्लोबल ऑर्गनाइजेशन है जिसकी शुरुआत 2018 के अंदर स्वीडिश क्लाइमेट ऐक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग ने की थी। दिशा बेंगलुरु में पर्यावरण के मुद्दे को लेकर भी कई जगहों पर प्रदर्शन करती हुई नजर आई हैं।