पंजाब में कांग्रेस आलाकमान की तमाम कोशिशों के बाद भी विवादों पर रोक नहीं लग पा रही है.
पंजाब में कांग्रेस आलाकमान की तमाम कोशिशों के बाद भी विवादों पर रोक नहीं लग पा रही है. मुख्यमंत्री पद से कैप्टन अमरिंदर सिंह (Amarinder Singh) के इस्तीफा देने के बाद राजनीतिक संकट को पार्टी ने 2 दिन के भीतर हल तो कर लिया लेकिन स्थितियां इतनी आसान दिख नहीं रही हैं. पंजाब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सुनील जाखड़ (Sunil Jakhar) से जुड़ा हुआ है.
आपको बता दें जाखड़ ने कांग्रेस के पंजाब मामलों के प्रभारी और पार्टी महासचिव हरीश रावत (Harish Rawat) के उस बयान पर आपत्ति दर्ज कराई जिसमें उन्होंने कथित तौर पर कहा कि – ‘चुनाव सिद्धू (प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू) की अगुवाई में लड़े जाएंगे.’ जाखड़ ने इस मामले पर ट्वीट के जरिए नाराजगी जाहिर की और कहा कि रावत का यह बयान चौंकाने वाला है.
इससे पहले जाखड़ खुद को डिप्टी सीएम का पद दिए जाने से भी नाराज बताए जा रहे हैं. जानकारी के मुताबिक कांग्रेस के केंद्रीय पर्यवेक्षक ने शनिवार को कैप्टन अमरिंदर सिंह के इस्तीफे के बाद चन्नी के नाम की घोषणा से पहले ही सुनील जाखड़ को उपमुख्यमंत्री का पद देने के लिए उनसे बातचीत की थी.