देश की राजधानी दिल्ली की हवा अब बेहद खराब बनी हुई है. दिल्ली में लगातार चौथे दिन वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज की गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, गुरुवार यानी की आज सुबह धुंध की परत छाई रही
देश की राजधानी दिल्ली की हवा अब बेहद खराब बनी हुई है. दिल्ली में लगातार चौथे दिन वायु गुणवत्ता खराब श्रेणी में दर्ज की गई. केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, गुरुवार यानी की आज सुबह धुंध की परत छाई रही और विजिबिलटी भी कम हो गई. समाचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक, दिल्ली और एनसीआर के इलाकों में सुबह-सुबह ठंड के साथ घना कोहरा छाया रहा और धुंध की मोटी चादर में राजधानी दिल्ली लिपटी दिखी. घर से बाहर निकल रहे लोगों को मुंह ढक कर निकलते हुए देखा गया.
वहीं इस दौरान लोगों को लाइट ऑन करके गाड़ी चलाते देखा गया. बता दें कि शून्य से 50 के बीच बता दें कि शून्य से 50 के बीच एक्यूआई ‘अच्छा’, 51 से 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 से 200 ‘मध्यम’, 201 से 300 ‘खराब’, 301 से 400 के बीच ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच एक्यूआई ‘गंभीर’ माना जाता है. दिल्ली में बीते दिन बुधवार को लगातार वायुगुणवत्ता खराभ श्रेणी में दर्ज की गई थी. जिसे शुक्रवार तक बेहद खराब होने की संभावना है. बुधवार को एक्यूआई 264 दर्ज किया गया, जो मंगलवार को 227 था.
वायु गुणवत्ता में सुधार के मद्देनजर वायु गुणवत्ता प्रबंधन आयोग ने सोमवार को प्राधिकारियों को दिल्ली-एनसीआर (राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र) में चरण बद्ध कार्रवाई कार्य योजना (जीआरएपी) के तीसरे चरण के तहत पाबंदियों को फौरन हटाने का निर्देश दिया था. दिल्ली-एनसीआर में जीआरएपी के तीसरे चरण के तहत आवश्यक परियोजनाओं को छोड़कर सभी निर्माण तथा विध्वंस कार्यों पर प्रतिबंध था.
भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) के आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब में बुधवार को पराली जलाने की 1,358 घटनाएं हुई, जबकि मंगलवार को यह महज 141 थी. पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय के तहत आने वाली पूर्वानुमान एजेंसी ‘सफर’ के मुताबिक, दिल्ली में पीएम2.5 कणों से होने वाले प्रदूषण में पराली जलाने की घटनाओं का योगदान बुधवार को चार प्रतिशत था.