AQI 173 दर्ज होने से यह पता चलता है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर अब 'खराब' से 'सामान्य ' श्रेणी में आ गया है. प्रदूषण का स्तर कम होने का कारण यह है हरियाणा और पंजाब से पराली जलाने से आने वाला धुआँ कम होने लगा है.
दिल्ली में प्रदूषण का स्तर लगातार कम हो रहा है गुरुवार को सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च (SAFAR) के मुताबिक AQI173 दर्ज किया गया. वहीं, बुधवार को AQI 200 के पार था. AQI 173 दर्ज होने से यह पता चलता है कि दिल्ली में वायु प्रदूषण का स्तर अब 'खराब' से 'सामान्य ' श्रेणी में आ गया है. प्रदूषण का स्तर कम होने का कारण हरियाणा और पंजाब से पराली जलने से आने वाला धुआँ कम होने लगा है.
हवा साफ होते ही सुबह की सैर पर निकले लोग
बता दे कि हर साल सर्दी के शुरु होते ही दिल्ली की हवा दम घोंटूँ हो जाती है, लेकिन इस साल दिल्ली की हवा बीते साल की तुलना में कम प्रदूषित है. वायु प्रदूषण में कमी के कारण राजधानी दिल्ली में सैर करने लोग सुबह सड़क पर निकल जाते हैं. प्रदूषित हवा के बीच ऐसा दृश्य राजधानी में दिखाई नहीं देता था. लोगों को दूषित हवा के कारण आंखों में जलन और गले में कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ता था.
दिल्ली: वायु गुणवत्ता एवं मौसम पूर्वानुमान और अनुसंधान प्रणाली (SAFAR) के मुताबिक आज की वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) आज 173 (मध्यम) श्रेणी में है। तस्वीरें इंडिया गेट-कर्तव्य पथ, नॉर्थ ब्लॉक, साउथ ब्लॉक और संसद भवन की हैं। pic.twitter.com/bbNp4es6cE
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 24, 2022
24 घंटो में मिली राहत
गुरुवार सुबह AQR में जरूर सुधार हुआ है, लेकिन बुधवार को दिल्ली की हवा खराब स्थिति में थी. आनंद विहार और बुराड़ी क्रासिंग ही ऐसे दो इलाके रहे जहां प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब थी.
धुएं की हिस्सेदारी महज तीन प्रतिशत
मालूम हो कि गाजियाबाद, नोएडा एवं ग्रेटर नोएडा का AQI तो 200 से भी नीचे यानी सामान्य श्रेणी में रिकार्ड हुआ था, सफर इंडिया के मुताबिक बुधवार को दिल्ली में सतही हवा 10 से 16 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चली. इसी के चलते प्रदूषण में कमी देखने को मिल रही है. दूसरी तरफ ऊपरी सतह पर बहने वाली हवा से भी पराली का धुआं ज्यादा नहीं आ रहा. बुधवार को दिल्ली के प्रदूषण में पराली के धुएं की हिस्सेदारी महज तीन प्रतिशत रिकार्ड की गई.