पाकिस्तान भारत को हर तरीके से परेशान कर रहा है.
पाकिस्तान भारत को हर तरीके से परेशान कर रहा है. अभी हाल ही में एक सब्जीवाले पर आरोप लगा है कि वो आईएसआई के लिए काम करता है. दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने उसपर मुकदमा भी दर्ज करके उसे गिरफ्तार भी कर लिया है. उसके पास सेना के बेहद सीक्रेट दस्तावेज और आर्मी एरिया का नक्शा भी बरामद हुआ है.
पकड़ा गया जासूस आईएसआई को गोपनीय जानकारियां लीक कर रहा था. सेना के अफसर उस जासूस को दस्तावेज मुहैया करवाते थे. उसकी गिरफ्तारी से जासूसी के एक बड़े नेटवर्क का पर्दाफाश हुआ है. बता दें कि दिल्ली पुलिस ने ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट के तहत केस दर्ज किया है. ये मामला इतना संगीन है कि सेना हताश है.
क्या है ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट?
ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट 1923 में बना कानून है. यह भारत का जासूसी-विरोधी अधिनियम है, जो अंग्रेजी शासनकाल से जुड़ा है. इस अधिनियम के अंतर्गत भारत के खिलाफ दुश्मन देश की मदद करना अपराध है. ऑफिशियल सीक्रेट एक्ट 1923 भारत का जासूसी-विरोधी एक्ट के अंतर्गत कोई भी व्यक्ति सरकार द्वारा प्रतिबंधित क्षेत्र में न जा सकता है, न ही उसकी जांच कर सकता है और न उसके आसपास से गुजर सकता है.
सूत्रों के अनुसार, जासूस का नाम हबीब है. वह बिकानेर का निवासी है और सामाजिक कार्यों से भी जुड़ा हुआ है. उसके पास सेना के बेहद सीक्रेट दस्तावेज और आर्मी एरिया का नक्शा भी बरामद हुआ है. सेना के अफसर ये दस्तावेज उसे मुहैया करवाते थे. आगरा में तैनात एक जवान ने उसे मुहैया करवाए थे. ये दस्तावेज अब उसे कमल नाम के शख्स को सौंपने थे. हबीब से पूछताछ जारी है. कुछ अन्य लोग भी हिरासत में लिए गए हैं. दिल्ली पुलिस आज इस रैकेट के बारे में और खुलासा कर सकती है.
दिल्ली पुलिस हबीब को पोखरण से दिल्ली लाकर पूछताछ कर रही है. पुलिस को उम्मीद है कि इस नेटवर्क में और कौन कौन लोग शामिल हैं, इस पर जल्द ही खुलासा हो पाएगा. पता चल पाएगा कि आईएसआई के लिए काम करने वाले इस जासूसी नेटवर्क से कौन-कौन लोग जुड़े हैं. पाकिस्तान अपनी इन्हीं हरकतों से देश में एक बड़ी साजिश करने के प्लान में था, मगर दिल्ली पुलिस की मुस्तैदी से सफल नहीं हो पाया.