दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को एक बड़ा ऐलान किया. इसके तहत उन्होंने सरकारी दफ्तरों को नेताओं की तस्वीरों से मुक्त करने की घोषणा की गई है.
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को एक बड़ा ऐलान किया. इसके तहत उन्होंने सरकारी दफ्तरों को नेताओं की तस्वीरों से मुक्त करने का ऐलान किया. केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली सरकार के हर दफ्तर के अंदर नेताओं या मुख्यमंत्रियों के फोटो नहीं लगाए जाएंगे. अब दफ्तरों में सिर्फ बाबासाहेब अंबेडकर और भगत सिंह की तस्वीरें ही लगाई जाएंगी. केजरीवाल के इस ऐलान को उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले चुनावी जुआ माना जा रहा है.
आप चार राज्यों में लड़ रही है चुनाव
पंजाब के अलावा अरविंद केजरीवाल की आम आदमी पार्टी उत्तर प्रदेश, गोवा और उत्तराखंड में चुनाव लड़ रही है. पंजाब में पार्टी की स्थिति बेहतर है. यहां उन्होंने भगवंत मान को सीएम फेस के तौर पर पेश किया है. इसके अलावा पार्टी ने उत्तराखंड में कर्नल (सेवानिवृत्त) अजय कोठियाल और गोवा में अमित पालेकर को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाया है.
जनता से की थी प्रचार की अपील
विधानसभा चुनाव के लिए अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को अपना डिजिटल कैंपेन 'एक मौका केजरीवाल को' लॉन्च किया. उन्होंने दिल्ली के लोगों से आप सरकार द्वारा किए गए कार्यों को सोशल मीडिया पर प्रचारित करने की अपील की. दिल्ली सरकार के अच्छे कामों पर एक वीडियो बनाएं, इसे ट्विटर, इंस्टाग्राम, फेसबुक पर अपलोड करें और लोगों को बताएं कि आपको इससे कैसे फायदा हुआ? उन्होंने कहा था कि जिन 50 दिल्लीवासियों के वीडियो वायरल होंगे, उन्हें चुनाव के बाद रात के खाने पर आमंत्रित किया जाएगा.