कोविड ने समझाया: 'डेल्टा' संस्करण ने 'डेल्टा प्लस' या 'एवाई.1' संस्करण बनाने के लिए और अधिक परिवर्तित किया है।
कोविड ने समझाया: 'डेल्टा' संस्करण ने 'डेल्टा प्लस' या 'एवाई.1' संस्करण बनाने के लिए और अधिक परिवर्तित किया है।
डेल्टा प्लस संस्करण क्या है?
मई में, WHO ने B.1.617.2 स्ट्रेन को SARS-CoV-2 के 'डेल्टा' वेरिएंट के रूप में बताया. इस साल की शुरुआत में देश के कुछ हिस्सों को बर्बाद करने वाले कोरोनावायरस संक्रमण की दूसरी कहर के ड्राइवरों में से एक के रूप में वैरिएंट की पहचान की गई थी. 'डेल्टा' संस्करण 'डेल्टा प्लस' या 'एवाई.1' संस्करण बनाने के लिए और अधिक परिवर्तित हुआ है. वैज्ञानिको द्वारा कहा गया की, भारत में अभी इस से परेशान होनी की जरूरत नहीं है क्योंकि देश में अभी इस केस कम हैं,
आपकी जानकारी के लिए बता दे की हाल में ही भारत को मिली थी मोनोक्लोनल एंटीबॉडी कॉकटेल उपचार के लिए उपयोग करने की परमिशन, डेल्टा प्लस उस उपचार को बेअसर कर सकता है.
दिल्ली के सीएसआईआर जिनोमिकी और उनके साथ जीव विज्ञान संस्था के वैज्ञानिक विनोद स्कारिया ने रविवार को ट्वीट करते हुए लिखा कि, "उभरते रूपों में से एक बी.1.617.2.1 है, जिसे एवाई.1 के रूप में भी जाना जाता है।" .
उन्होंने आगे कहते हुए कहा कि SARS-COV-2 के स्पाइक प्रोटीन में है जो कि इस वायरस को मानवकी कोशिकाओं में अंदर प्रवेश करने और उस व्यक्ति को संक्रमित करने में मदद करता है.
इसी पर पब्लिक हेल्थ इंग्लैंड के अनुसार डेल्टा (B.1.617.2) के 63 जीनोम की पुष्टि की गई है.
डेल्टा प्लस यह 7 जून तक भारत में 6 जीनोम मौजूद था. हालांकि भारत में अभी इस को लेकर ज्यादा चिंता जताने की बात नहीं है लेकिन यह ज्यादातर यूरोप एशिया और अमेरिका में पाया गया है. यूरोप में जीण माता सबसे पहला क्रम इस साल मार्च के अंत में पाया गया