क्या है एमपी के सीएम का यूपी कनेक्शन? यूपी के दामाद का एमपी में हुआ राजतिलक? मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर बना हुआ सस्पेंस अब खुल चुका है।
क्या है एमपी के सीएम का यूपी कनेक्शन? यूपी के दामाद का एमपी में हुआ राजतिलक? मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर बना हुआ सस्पेंस अब खुल चुका है। भोपाल में सोमवार को हुई विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम पर मुहर लगाने के बाद सिर्फ उज्जैन में उनके परिवार में ही नहीं, बाल्की उत्तर प्रदेश में भी खुशी की लहर है। चलिए इस वीडियो में हम आपको बताते हैं कि एमपी के सीएम का यूपी कनेक्शन क्या है।
यूपी में परिवार, एमपी में सरकार
दअरसल उत्तर प्रदेश के सुल्तानपुर में मोहन यादव का ससुराल है। 1994 में यहां की भीटी तहसील के कोर्रा किछुती में उनकी शादी ब्रह्मादीन यादव की बेटी सीमा से हुई थी। शुरू से ही दोनों परिवार के आरएसएस से करीब रिश्ते थे। ऐसे में एमपी में एबीवीपी (अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद) के एक कार्यक्रम के दौरान उनकी मुलाकात हुई या जल्दी ही ये दोस्ती रिश्ते में बदल गई।
उनके मुख्यमंत्री बनने की खबर पर साले कृष्णानंद या ग्राम प्रधान संगीता यादव सहित पूरे गांव में खुशी की लहर है। आतिशबाज़ी या मिठाई खिलाकर बधाईयों का तनाव लग रहा है।
क्या है "अयोध्या कनेक्शन?"
अयोध्या के मशहूर संत या सीताराम आश्रम के संस्थापक स्वामी आत्मानंददास उर्फ नेपाली बाबा मोहन यादव के गुरु हैं। उन्हें 2016 के उज्जैन महाकुंभ में राम नाम जप महायज्ञ का आयोजन भी करना था जिसमें मुख्य यजमान मोहन यादव थे। कहते हैं कि बाबा ना तभी उन्हें सीएम बनने का आशीर्वाद भी दिया था।
सुल्तानपुर से उज्जैन तक ख़ुशी की लहर
कहने की जरूरत नहीं कि मोहन यादव के सीएम बनने पर सुल्तानपुर में जश्न का माहौल है। मोहल्ले वालों की बधाईयों से लेकर रिश्तों के फोन तक, ससुराल वालों में खुशी की लहर है। सीमा के भाई विवेकानन्द का कहना है कि सरल सभा के मोहन यादव का नाम सीएम के पक्के दावों में से नहीं था या इसलिए ये खबर उनके लिए किसी सुखद घटना से कम नहीं। वहीं ससुर ब्रह्मादीन ने कहा कि वो उम्मीद करते हैं मोहन एमपी का सर्वांगीण विकास करेंगे।
देखते हैं कि मोहन यादव की राजनीति मध्य प्रदेश के वर्तमान या भविष्य को कैसे बदलती है।