दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लिए नई आबकारी नीति लागू की है. इसके लागू होने के बाद अब शराब कारोबार में कई बड़े बदलाव किए जा रहे हैं.
दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के लिए नई आबकारी नीति लागू की है. इसके लागू होने के बाद अब शराब कारोबार में कई बड़े बदलाव किए जा रहे हैं. सरकार द्वारा 1 अक्टूबर से सभी निजी शराब की दुकानें बंद कर दी जाएंगी. इस दौरान केवल सरकारी शराब की दुकानों को खोलने की अनुमति होगी. यानी आने वाले समय में दिल्ली में भी शराब की भारी किल्लत होने की आशंका है.
जानकारी के मुताबिक नई आबकारी नीति लागू होने के बाद अब शराब की बिक्री के लिए दिए गए लाइसेंस को लेकर भी नए मानक तैयार किए गए हैं. दिल्ली में सभी मौजूदा निजी और सरकारी शराब की दुकानों को चरणबद्ध तरीके से बंद करने की योजना पर काम किया जा रहा है. नए फैसले से 1 अक्टूबर से 16 नवंबर के बीच यानी करीब 45 दिनों तक लोगों को सिर्फ सरकारी शराब की दुकानों पर ही शराब मिलेगी. इससे इन दुकानों पर लंबी कतारें और कर्मचारियों की कमी होने की प्रबल संभावना है.
कहा जाता है कि सरकार ने 1 अक्टूबर से निजी दुकानों को बंद करने का फैसला किया है, लेकिन दिल्ली की शराब की जरूरतें कैसे पूरी होंगी, इस पर कोई तैयारी नहीं की गई है. शराब की आपूर्ति कैसे की जाए, इसके लिए अभी कोई योजना तैयार नहीं की गई है. ऐसे में माना जा रहा है कि शराब माफिया इस मौके का पूरा फायदा उठा सकते हैं.