राजधानी जयपुर के समीप स्थित करौली जिले में दूषित पानी ने हाहाकार मचा रखा है. करौली जिले के हिंडौन में नलों में दूषित पानी की सप्लाई से मंगलवार को यहां एक मासूम की मौत हो गई.
राजधानी जयपुर के समीप स्थित करौली जिले में दूषित पानी ने हाहाकार मचा रखा है. करौली जिले के हिंडौन में नलों में दूषित पानी की सप्लाई से मंगलवार को यहां एक मासूम की मौत हो गई. वहीं, दूषित पानी पीने से बीमार होने वालों की संख्या 125 को पार कर गई है. चिकित्सा विभाग ने शाहगंज, चौबे पाड़ा, पुरानी कचहरी और धाकड़ पोथा में शिविर लगाकर 200 से अधिक लोगों की जांच की. लोगों ने जलदाय विभाग के कर्मचारियों पर लापरवाही का आरोप लगाया है.
उल्टी-दस्त की शिकायत
जानकारी के अनुसार चौबे पाड़ा, दुब्बे पाड़ा, काना हनुमान पाड़ा, पाठक पाड़ा, जाट की सराय, गुलशन कॉलोनी और हिंडौन के बायपास सहित कई कॉलोनियों में जल आपूर्ति विभाग द्वारा एक ही टंकी से पेयजल की आपूर्ति की जाती है. चार दिन पूर्व दूषित पेयजल आपूर्ति के कारण लोगों को उल्टी-दस्त की शिकायत होने लगी थी. तब से यह सिलसिला लगातार चल रहा है. इन कॉलोनियों में अब तक 125 से अधिक लोग उल्टी-दस्त से पीड़ित हो चुके हैं.
प्रशासन के खिलाफ रोष
चिकित्सक ने दो दर्जन मरीजों को गंभीर हालत में जयपुर रेफर कर दिया है. हिंडौन के शाहगंज निवासी गिरधारी कोली निवासी 12 वर्षीय देव कुमार पुत्र दूषित पानी पीने से सोमवार की रात अचानक उल्टी व दस्त होने लगा. उसके बाद मंगलवार सुबह परिजन बच्चे को लेकर हिंडौन के जिला अस्पताल पहुंचे. वहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बच्चे की मौत के बाद परिजनों में कोहराम मच गया है. इसके बाद लोगों में जलदाय विभाग व प्रशासन के खिलाफ रोष व्याप्त हो गया.