लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। बता दें कि,कांग्रेस और राजद के बीच में अभी तक टिकटों का बंटवारा नहीं हुआ है, जिसके बाद लाल यादव ने अपने उम्मीदवारों को पार्टी का सिंबल देना भी शुरू कर दिया है।
लोकसभा चुनाव से पहले बिहार में कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है। बता दें कि,कांग्रेस और आरजेडी के बीच में अभी तक टिकटों का बंटवारा नहीं हुआ है, जिसके बाद लाल यादव ने अपने उम्मीदवारों को पार्टी का सिंबल देना भी शुरू कर दिया है। अधिक जानकारी के लिए बता दें कि, लालू यादव की पार्टी ने औरंगाबाद से उम्मीदवार का ऐलान कर दिया है, जबकि लेफ्ट ने बेगूसराय से अवधेश राय को अपना प्रत्याशी बनाया है। इतना ही नहीं दोनों ही सीट कांग्रेस पार्टी चाहती थी, जबकि ऐसा नहीं हो सका। सूत्रों के मुताबिक, लोकसभा चुनाव को लेकर गठबंधन में अभी तक आधिकारिक के रूप से सीट समझौते की घोषणा नहीं हुई है।
दो सीटों का दावेदार कौन ?
बता दें कि, औरंगाबाद और बेगूसराय लोकसभा सीट को लेकर चर्चा चल रही है, जहां कांग्रेस अपने प्रत्याशी को उतारना चाहती थी और सीट बंटवारे में दोनों सीटों पर उसकी दावेदारी थी। ऐसे में अभी तक सीटों का बंटवारा न होने की वजह से दोनों सीटों पर आरजेडी और भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने अपने-अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं। औरंगाबाद से लालू प्रसाद यादव ने अभय कुशवाहा को पार्टी का उम्मीदवार बनाने के बाद सिंबल भी दे दिया है। वहीं, दूसरी तरफ बेगूसराय में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी ने अवधेश राय को अपना उम्मीदवार बनाने की घोषणा की है।
बेगूसराय में कांग्रेस को झटका
कांग्रेस के हाथ से औरंगाबाद सीट निकलने के बाद पार्टी के पूर्व सांसद निखिल कुमार ने आरजेडी पर हमला बोल दिया है और कहा है कि, 'कांग्रेस को तुरंत इस मामले में हस्तक्षेप करना चाहिए और लालू प्रसाद को एक तरफा फैसला करने से रोकना चाहिए।' इतना ही नहीं बेगूसराय में भी कांग्रेस को तगड़ा झटका लगा है, बेगूसराय में अवधेश राय के उम्मीदवार की घोषणा होने के बाद पार्टी को तगड़ा झटका लगा है। बता दें कि, 2019 के लोकसभा चुनाव में कन्हैया कुमार बेगूसराय से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के उम्मीदवार थे, लेकिन अब वह कांग्रेस में है।