बढ़ती महंगाई से राहत देने के लिए सरकार ने हाल ही में पेट्रोल और डीजल पर उत्पाद शुल्क में कमी की थी. इस वजह से देश में पेट्रोल और डीजल के दाम में कमी आई है. अब खाद्य तेल और उद्योगों में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल पर भी आयात शुल्क में कटौती की जा सकती है.
महंगाई से राहत
आम लोगों को महंगाई से राहत देने के लिए सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क में कटौती समेत कई उपायों की घोषणा की है. आने वाले दिनों में इस तरह के और भी कई कदम उठाए जा सकते हैं. सरकार खाद्य तेल और उद्योगों में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल पर आयात शुल्क घटाने पर विचार कर रही है. देश में महंगाई के हालात पर प्रधानमंत्री कार्यालय लगातार नजर रखे हुए है. वाणिज्य मंत्रालय से ऐसी वस्तुओं की सूची मांगी गई है, जिन पर आयात शुल्क कम किया जा सकता है. तेल के साथ-साथ अन्य आवश्यक वस्तुओं पर आयात शुल्क कम किया जा सकता है. इसके साथ ही उद्योग में इस्तेमाल होने वाले कच्चे माल पर आयात शुल्क कम करने का विचार भी चल रहा है.
महंगाई पर काबू
महंगाई पर काबू पाने के लिए कृषि विकास एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट में कटौती पर विचार भी चल रहा है. सरकार महंगाई पर नियंत्रण करना चाहती है ताकि ब्याज दरों को कम रखा जा सके. बढ़ती ब्याज दरों से आर्थिक सुधार का खतरा है. पिछले सप्ताह वित्त मंत्रालय के अधिकारियों और प्रधानमंत्री कार्यालय की बैठक हुई थी. इसमें कीमतों पर नियंत्रण के उपायों पर चर्चा की गई. इससे आने वाले दिनों में देश में कई चीजों की कीमतों में कमी आ सकती है और लोगों को महंगाई से राहत मिलने की उम्मीद है. अप्रैल में खुदरा महंगाई आठ महीने के रिकॉर्ड पर पहुंच गई थी. देश में बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने के लिए आरबीआई ने रेपो रेट में 40 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी की थी.