उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा, नया संसद भवन आज की आवश्यकताओं के अनुरूप है. यह आगामी 100 वर्ष के विजन को लेकर बना है.
देश के नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह पर जारी सियासत कम होने का नाम नहीं ले रहा है. बुधवार को 24 मई 19 विपक्षी दलों ने इस कार्यक्रम का बहिष्कार करने का ऐलान किया है. अब इस मामले पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ की पहली प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा, नया संसद भवन आज की आवश्यकताओं के अनुरूप है. यह आगामी 100 वर्ष के विजन को लेकर बना है.
विपक्ष की इस तरह की बयान बाजी अशोभनीय: CM योगी
सीएम योगी ने कहा, मुझे नहीं लगता कि यह देश इस तरह की बयान बाजी को स्वीकार करेगा. विपक्ष द्वारा इस तरह की बयान बाजी अशोभनीय है. ऐसा नहीं है कि पहली बार प्रधानमंत्री इस प्रकार के उद्घाटन के साक्षी बन रहे हैं. इससे पहले संसद उप भवन का उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी द्वारा किया जा चुका है. संसद पुस्तकालय का शिलान्यास पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी द्वारा रखी गई थी. ऐसे कई उदाहरण हैं. हम अपील करेंगे कि सभी दलों को इस पल का साक्षी बनना चाहिए.
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विपक्ष का बयान लोकतंत्र को कमजोर करने वाला है: सीएम योगी
मुख्यमंत्री योगी ने कहा, स्वतंत्र भारत के इतिहास में 28 मई की तिथि एक गौरवशाली दिन के रूप में दर्ज होने जा रही है. इस दिन प्रधानमंत्री मोदी भारत के लोकतंत्र की प्रतीक भारत वासियों को नई संसद भेंट करेंगे. इस ऐतिहासिक अवसर को गरिमामय और गौरवशाली बनाने की बजाए, कांग्रेस समेत विपक्षी दलों द्वारा जिस तरह की बयान बाजी हो रही है वह अत्यंत दुखद, गैर जिम्मेदाराना और लोकतंत्र को कमज़ोर करने वाला है
19 दलों ने बहिष्कार का ऐलान
गौरतलब है कि, कांग्रेस, आम आदमी पार्टी, समाजवादी पार्टी, जनता दल यूनाइटेड, राष्ट्रीय जनता दल, शिवसेना, डीएमके समेत 19 दलों ने उद्घाटन समारोह में शामिल न होकर बहिष्कार करने का एलान किया है.