महंत नरेंद्र गिरी की मौत से परेशान सीएम योगी, कहा- 13 अखाड़ों के बीच संवाद और समन्वय, आचार्य धर्माचार्यों के बीच बेहतर संवाद और सम्मान इन सबको लेकर उन्होंने सुदंर प्रयास किया था.
अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत गिरी की संदिग्ध स्थिति में मौत के मामले में आज प्रयागराज पुलिस ने कई राजनीतिक दलों से जुड़े लोगों के साथ-साथ आधा दर्जन से ज्यादा व्यक्तियों को हिरासत में ले लिया है. मिली जानकारी के मुताबिक इन सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है. पुलिस के मुताबिक मंहत नरेंद्र गिरी के गनर से भी पूछताछ की जाएगी. मंहत को वाई श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई थी. प्रयागराज के बांघबरी गद्दी व लेटे हनुमानजी के मंहत आचार्य नरेंद्र गिरी का शव कल उनके आश्राम के कमरे में मिला था. बाघंबरी मठ में उनकी लाश फांसी के फंदे से लटकती मिली थी. संदिग्ध हालत में मंहत की मौत के बाद पुलिस को 8 पन्नों का सुसाइड नोट भी मिला था., जिसके बाद कल गेर रात ही उनके शिष्य आनंद गिरी को हरिद्वार से हिरासत में लिया गया था. पुलिस के मुताबिक मंहत नरेंद्र गिरी ने अपने सुसाइड नोट में आनंद गिरी के ऊपर प्रताड़ना का आरोप लगाया था.
महंत जी का सहयोग मिलता रहता था-योगी
सीएम योगी ने कहा कि प्रयागराज कुभ की भव्यता, सुरक्षता , 13 अखाड़ों के बीच संवाद और समन्वय, आचार्य धर्माचार्यों के बीच बेहतर संवाद और सम्मान इन सबको लेकर उन्होंने सुदंर प्रयास किया था. इसी का परिणाम था कि प्रयागराज कुंभ पहली बार वैश्विक मंच पहली बार अद्भुत घटना के रुप में जाना जाता है. साधु समाज की समस्या हो या धर्माचार्यों की समस्या, अखाड़ा परिषद के अंदर या मंदिर की समस्या. हर निर्णय में उनका सानिध्य और सहयोग मिलता था.